दैनिक उजाला, स्पोर्ट्स डेस्क : इंग्लैंड की पूर्व क्रिकेटर और फॉक्स स्पोर्ट्स की कमेंटेटर ईसा गुहा ने जसप्रीत बुमराह से नस्लीय टिप्पणी के लिए माफी मांगी है। ईसा ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के गाबा टेस्ट के दूसरे दिन रविवार, 15 दिसंबर को कमेंट्री के दौरान बुमराह के लिए प्राइमेट शब्द का इस्तेमाल किया था। प्राइमेट का एक अर्थ बंदर भी होता है। इसके बाद मामला तूल पकड़ने लगा तो ईसा ने बुमराह से माफी मांग ली।
ईसा गुहा फिलहाल बेस्ट विमेन कमेंटेटर में से एक हैं। वे दुनियाभर की लीग, सीरीज और ICC टूर्नामेंट्स में कमेंट्री करती नजर आती हैं।
ईसा गुहा (बाएं से दूसरी) बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए फॉक्स स्पोर्ट्स के कमेंटेटर पैनल में हैं। पैनल में अन्य कमेंटेटर (बाएं से)- एडम गिलक्रिस्ट, ब्रेट ली और रवि शास्त्री।
अगर मेरे शब्द से ठेस पहुंची तो उसके लिए माफी- ईसा
ईसा ने गाबा में दूसरे दिन बुमराह की तारीफ करते हुए उन्हें ‘मोस्ट वैल्यूएबल प्राइमेट’ कहा था। इसके बाद ईसा ने तीसरे दिन का खेल शुरू होते ही माफी मांग ली। उन्होंने कहा, ‘रविवार को मैंने कमेंट्री के दौरान एक शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसके कई अर्थ होते हैं। सबसे पहले मैं माफी मांगती हूं। अगर मैंने कुछ गलत कहा या किसी को ठेस पहुंची तो उसके लिए माफी।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं सभी की इज्जत करती हूं, अगर आप कमेंट्री की पूरी ट्रांसक्रिप्ट सुनेंगे तो आप पाएंगे कि मैं भारत के महान खिलाड़ियों की तारीफ कर रही थी। मैं समानता में विश्वास रखती हूं। मैं बस बुमराह की कामयाबी और उपलब्धियों की बात कर रही थी। मैंने शायद उसके लिए गलत शब्द का इस्तेमाल किया, जिसके लिए मैं माफी मांगती हूं।’
भारतीय उप कप्तान जसप्रीत बुमराह इस सीरीज में टॉप विकेट टेकर हैं।
ईसा ने 16 साल की उम्र में इंटरनेशनल डेब्यू किया था
ईसा गुहा इंग्लैंड की पूर्व तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने 16 साल की उम्र में इंटरनेशनल डेब्यू किया था। ईसा ने इंग्लैंड के लिए 8 टेस्ट में 29 विकेट लिए। वहीं, 83 वनडे में 101 विकेट अपने नाम किए। ईसा ने टी-20 में 18 विकेट लिए हैं।
ईसा ने इंग्लैंड की ओर से 16 साल की उम्र में इंटरनेशनल डेब्यू किया था।
दूसरे मैच में सिराज और हेड के बीच बहस हुई
इस मैच से पहले दूसरे मैच के ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी को दौरान भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ट्रैविस हेड के बीच बहस हो गई थी। हेड ने सिराज के ओवर में छक्का मारा, फिर सिराज ने अगली ही बॉल पर उन्हें बोल्ड कर दिया। इसके बाद हेड ने कुछ कहा जिसके बाद सिराज ने भी कुछ शब्द कहे और उन्हें सेंड ऑफ (बाहर जाने का इशारा किया) दिया। फिर हेड ने जाते हुए सिराज से कुछ कहा।
ओवर के बाद सिराज को ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों की हूटिंग का सामना भी करना पड़ा। वहीं, ICC ने दोनों प्लेयर्स को 1-1 डिमेरिट पॉइंट दिया। सिराज पर मैच फीस का 20% जुर्माना भी लगाया गया।
2008 सीरीज के दौरान हुआ था मंकीगेट मामला
2007-08 में भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हरभजन सिंह और एंड्र्यू सायमंड्स की झड़प हो गई थी। मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) में हो रहा था। सायमंड्स का आरोप था कि भज्जी ने उन्हें मंकी कहा। इस घटना को ‘मंकीगेट’ कहा जाता है। सिडनी टेस्ट में सायमंड्स बैटिंग कर रहे थे। हरभजन सिंह से उनकी नोंक-झोंक चल रही थी। इस दौरान दोनों के बीच जुबानी जंग भी हुई। बाद में सायमंड्स ने आरोप लगाया कि भज्जी ने उन्हें मंकी कहा।
ICC के नियमों के मुताबिक, यह नस्लीय टिप्पणी थी। तब पूरी सीरीज ही खतरे में पड़ गई थी। मैच रेफरी के सामने सुनवाई हुई। हरभजन को क्लीन चिट मिल गई। इसके बावजूद यह मामला आज भी कभी-कभार उठाया जाता है।