दैनिक उजाला, स्पोर्ट्स डेस्क : शनिवार का दिन भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के लिए ऐतिहासिक रहा। टीम इंडिया ने बारबाडोस में साउथ अफ्रीका 7 रन से हराकर 17 साल के बाद टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता। इससे पहले साल 2007 में एमएस धोनी की कप्तानी में भारत ने उद्घाटन टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था। इस मैच में एक दौर तो ऐसा भी आया कि भारतीय फैंस की सांसे थम गई थीं। हालांकि हार्दिक पंड्या ने मैच पलट दिया और 17 साल के लम्बे अंतराल के बाद दूसरी बार टी 20 विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया।
भारतीय टीम ने इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 7 विकेट गंवाकर 176 रन बनाए। टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही और रोहित शर्मा दूसरे ओर में ही आउट हो गए। इसी ओवर में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत बिना खाता खोले आउट हो गए। इसके बाद सूर्या भी अपनी चमक नहीं बिखेर सके। एक तरफ विराट कोहली विकेटों के पतझड़ को देख रहे थे और दूसरी ओर से लगातार विकेट गिर रहे थे। हालांकि इसके बाद कोहली को अक्षर पटेल का साथ मिला और दोनों टीम को 100 के पार पहुंचाया।
100 के पार पहुंचते ही अक्षर पटेल दुर्भाग्यपूर्ण रहे और अर्धशतक से पहले रनआउट होकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद विराट कोहली ने आक्रमक रुख अपनाया और अपना अर्धशतक पूरा किया। दूसरी छोर से शिवम दुबे ने मोर्चा संभाला और कोहली ने कोहराम मचाना शुरू किया और 76 रन बनाकर आउट हो गए। भारत ने 20 ओवर में 176 रन बनाए। 177 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और 12 रन पर दो विकेट गिर गए।