• जर्मनी में कंपनियों ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लिया है। यह फैसला हफ्ते में काम के दिनों से जुड़ा हुआ है

दैनिक उजाला, बिज़नेस डेस्क : जर्मनी (Germqany) में अर्थव्यवस्था की स्थिति सही नहीं चल रही है। जर्मन अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी हो गई है और यह देश के लिए चिंता का विषय है। जर्मनी में कई जगहों पर वर्कर्स में भी असंतोष है और इसका असर उनके काम पर भी पड़ रहा है और इस वजह से अर्थव्यवस्था को भी संघर्ष करना पड़ रहा है। जर्मनी में अर्थव्यवस्था की रफ्तार को बढ़ाने के लिए प्रयास भी किए जा रहे हैं। इसी दिशा में अब एक और प्रयास किया जा रहा है। जर्मनी में कंपनियों ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लिया है। यह फैसला हफ्ते में काम के दिनों से जुड़ा हुआ है।

जर्मनी में 45 करीब कंपनियों ने हाल ही में फैसला लिया है कि उनके वर्कर्स हफ्ते में सिर्फ 4 दिन ही काम करेंगे। ऐसे में वर्कर्स को 7 में से 3 दिन की छुट्टी मिलेगी।

जर्मनी में कंपनियों के वर्कर्स के लिए हफ्ते में सिर्फ 4 दिन काम करने का नियम लागू होने में ज़्यादा समय नहीं लगेगा। इसे 1 फरवरी से लागू किया जाएगा।

जर्मनी में कंपनियों के वर्कर्स के लिए हफ्ते में सिर्फ 4 दिन काम करने का नियम 6 महीने तक लागू रहेगा। 6 महीने तक इस नियम को लागू करके देखा जायगा कि इससे क्या बदलाव आता है।

क्या है इस नियम को लागू करने की वजह?

जर्मनी में कंपनियों के वर्कर्स के लिए हफ्ते में सिर्फ 4 दिन काम करने के नियम के बारे में पढ़कर मन में सवाल आना लाज़िमी है कि आखिर ऐसा नियम क्यों लागू किया जा रहा है? इस नियम को लागू करने की वजह है वर्कर्स को खुश और तनाव-मुक्त रखना।

कितनी मिलेगी सैलरी?

मन में यह सवाल आना भी स्वाभाविक है कि हफ्ते में सिर्फ 4 दिन ही काम करने पर सैलरी कितनी मिलेगी? इस दौरान उन्हें पूरे हफ्ते की सैलरी दी जाएगी, पर उन्हें सिर्फ 4 दिन ही काम करना पड़ेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

banner