नई दिल्ली : हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी ने यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान से भी दो मीटर ऊपर पहुंचा दिया। बैराज से मंगलवार को लगातार तीसरे दिन भी जो लाख क्यूसैक से ज्यादा पानी छोड़ा गया है। इससे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने बाढ़ की आशंका के मद्देनजर यमुना नदी के किनारे बसे इलाकों से लोगों को सुरक्षित पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है, वहीं मुनादी करवा कर लोगों को सतर्क किया जा रहा है। इधर, ओल्ड रेलवे ब्रिज व आसपास के इलाकों में यातायात रोक दिया गया है।

दिल्ली में मंगलवार को यमुना नदी का जलस्तर 206.75 मीटर पर पहुंच गया। इससे पहले ही बाढ़ संभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया। दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि एहतियातन ओल्ड रेलवे ब्रिज, पुश्ता रोड व गांधीनगर को अगले आदेश तक यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। पुलिस ने लोगों को इसके अनुरूप वैकल्पिक रास्तों का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।

उत्तर रेलवे ने मंगलवार सुबह छह बजे से पुरानी दिल्ली से शाहदरा होते हुए गाजियाबाद जाने वाली ट्रेनों की आवाजाही बंद कर। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने के अनुसार यमुना में लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण लोहा पुल को अस्थायी तौर पर बंद किया गया है।

दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज के अनुसार उफनती यमुना नदी के डूब क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी शिविरों में स्थानांतरित किया गया है। इन राहत शिविरों में लोगों को भोजन और पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। लोगों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया जारी है। प्रभावित लोगों को दिल्ली के पूर्वी, उत्तरी, उत्तर-पूर्वी, दक्षिण-पूर्वी, मध्य और शाहदरा जिलों में स्थानांतरित किया जा रहा है। इन जिलों में 2700 से ज्यादा तंबुओं की व्यवस्था की गई है।

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