दैनिक उजाला, संवाद मथुरा : केएम हॉस्पिटल के सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने पीलिया से ग्रस्त महिला के पित्ताशय की पथरी और पित्त की नली में पथरी का सफल ऑपरेशन करके उसकी जान बचाई है।
सर्जरी करने वाली टीम को केएम विवि के कुलाधिपति ने इस सफलता के लिए बधाई दी है।
केएम के सर्जरी विभाग के चिकित्सकों ने पित की थैली और पित्त की नलियों से कई पथरी निकाली गई। पित्त की नलियों का समूह गॉलब्लैडर को आंत से जोड़ता है और भोजन को पचाने के लिए आवश्यक पित्त की आपूर्ति करती हैं। इनकी नलियां काफी महीन और समूहों में होती हैं। इनमें पथरी होने पर पित्त का प्रवाह बाधित होता है और मरीज पीलिया का शिकार हो जाता है। समय से इलाज नहीं होने पर उसकी जान जा सकती है। केएम अस्पताल के सर्जरीकल डिपार्टमेंट के यूनिट हैड डॉ सागर मित्तल ने बताया कि राजन (45 वर्ष) निवासी मथुरा को तेज पेट दर्द की शिकायत पर केएम में भर्ती कराया गया। जांच के दौरान पता चला कि उसके कॉमन बाइल डक्ट (पित्त नली) में पथरीयाँ हैं, जिनकी संख्या नौ है। पथरी की लंबाई 20 से 25 मिमी है। यह पथरी काफी बड़ी मानी जाती है। चिकित्सकों की टीम ने ऑपरेशन कर पथरी को निकालने का निर्णय लिया। यह एक जटिल ऑपरेशन होता है।
डा. सागर मित्तल ने बताया कि डॉक्टरों की टीम ने राजन का सफल ऑपरेशन कर पित्त की थैली एवं नली से पथरी निकाली और उसे छोटी आंत से जोड़ दिया। इस ऑपरेशन को निजी अस्पताल में कराने पर करीब एक लाख रुपये का खर्च आता है, जबकि केएम अस्पताल में न्यूनतम खर्चे पर आपरेशन हुआ है। राजन का ऑपरेशन यूनिट हैड डा. सागर मित्तल, सीनियर रेसींडेंट डा. रोहताश सिंह, पीजी चिकित्सकों में डा. स्नेहल सिंह, डा. बच्चू श्रीवास्तव, डा. शरथ रेड्डी, डा. पल्लवी त्यागी, डा. दुर्गेश यादव की टीम ने किया। केएम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति किशन चौधरी, वाइस चांसलर डा. डीडी गुप्ता, प्रो. वाइस चांसलर डा. शरद अग्रवाल, एडीशनल मेडीकल सुप्रीडेंट डा. आरपी गुप्ता, केएम मेडिकल कॉलेज प्रधानाचार्य डा. पीएन भिसे ने डॉक्टरों की टीम को सफल ऑपरेशन पर बधाई दी।