- राजस्थान रोड़वेज में बस और चालकों का टोटा, पिछले तीन वर्ष से बलदेव की बस का संचालन बंद
- राजस्थान रोड़वेज भरतपुर के चीफ मैनेजर बोले 25 से अधिक ड्राइवरों की कमी
भरतपुर/मथुरा। राजस्थान रोड़वेज में इस समय चालकों का टोटा चल रहा है। शासन को रोड़वेज अधिकारियों ने कई बार अवगत कराया है, लेकिन अभी तक चालकों की समस्या का समाधान नहीं हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि बस से लेकर चालकों तक की रोड़वेज में भारी कमी है। अब कमाओ और खाओ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। यह पूरी महिमा भरतपुर रोड़वेज के चीफ मैनेजर ने बयां की है।
पिछले कई वर्षों पहले से बलदेव से जयपुर और जयपुर से बलदेव मथुरा के लिए राजस्थान रोड़वेज बस का संचालन सुगमता पूर्वक होता रहा, लेकिन पिछले तीन वर्षों से रोड़वेज के अधिकारियों ने बलदेव के लिए बस का संचालन बिल्कुल बंद कर दिया है। अब यह बस जयपुर से सीधे नये बस स्टेण्ड मथुरा तक ही रह जाती है। इस कारण बलदेव से जयपुर अथवा राजस्थान के अन्य जिलों की ओर रूख करने वाले यात्रियों को काफी परेषानी का सामना करना पड़ रहा है। कईयों बार बलदेव के लोगों ने राजेनेताओं से लेकर राजस्थान सरकार को इस समस्या से अवगत कराने की कोशिश की है, लेकिन हालात आज भी जस की तस हैं। इस संबंध में जब दैनिक उजाला लाइव की ओर से बात की गई तो, चीफ मैनेजर कुलदीप मेहरा ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि कई बार शासन स्तर तक अवगत कराया गया है कि बसों और चालकों का काफी टोटा चल रहा है, लेकिन अभी तक इस स्थिति पर सरकार की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
उन्होंने कहा कि अब कमाओ और खाओ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। जिन लंबे रूटों पर दो ड्राइवर होने चाहिए वहां एक ड्राइवर से काम चलाना पड़ रहा है। जयपुर बस को बलदेव भेजने के लिए भी दो ड्राइवरों की जरूरत है, लेकिन एक ड्राइवर है। पिछले तीन वर्षों से इन हालातों से जूझ रहे हैं। 25 से अधिक ड्राइवर पिछले तीन वर्ष में सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
बलदेव युवा समाजसेवी ज्ञानेन्द्र पाण्डेय कहते हैं कि पिछले तीन वर्ष से जयपुर बलदेव बस का संचालन ठप होने के कारण यात्रियों को काफी परेषानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कईयों को रोड़वेज अधिकारियों से लेकर शासन को कई चिठ्ठी लिखी हैं, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री को चिठ्ठी भेजकर बलदेव से जयपुर बस फिर से चलवाने की मांग की है।