मथुरा : रविवार के बाद सोमवार को भी संत प्रेमानंद महाराज पदयात्रा करते दिखाई दिए। अपने आश्रम केली कुंज से निकलकर संत प्रेमानंद महाराज ने रमण रेती इलाके में पदयात्रा की। इस दौरान हजारों भक्त उनकी एक झलक पाने को आतुर नजर आए।

प्रेमानंद महाराज को देखते ही चहक उठे भक्त।
संत प्रेमानंद महाराज पहले की तरह सोमवार को पदयात्रा करते नजर आए। लेकिन पहले होने वाली पदयात्रा और सोमवार को की गई पदयात्रा में अंतर यह नजर आया कि पदयात्रा का रास्ता बहुत कम था। अभी संत प्रेमानंद महाराज करीब आश्रम के आसपास 500 मीटर की पदयात्रा कर रहे हैं।

यह तस्वीर रविवार रात की है जब संत प्रेमानंद महाराज आश्रम से बाहर दिखाई दिए थे
हजारों भक्त कर रहे थे दर्शन का इंतजार
संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा बंद होने से उनके भक्त निराश हो गए थे। भक्त अपने गुरु के दर्शन के लिए उत्सुक थे। रविवार को जब भक्तों को पता चला कि महाराज जी पदयात्रा पर निकले तो सोमवार को बड़ी संख्या में भक्त उनके दर्शन के लिए परिक्रमा मार्ग पर पहुंच गए। जहां संत प्रेमानंद महाराज ने भक्तों को दर्शन दिए।

सोमवार रात को दर्शन के लिए मौजूद भक्त
सेवादार बना रहे थे व्यवस्था
पदयात्रा के दौरान कोई भक्त महाराज जी के पैर छूने न आ पाए और कोई अव्यवस्था न फैले इसके लिए केली कुंज आश्रम से जुड़े सेवादार व्यवस्था बनाते नजर आए। वह भीड़ को नियंत्रित कर संयम से दर्शन करने की अपील कर रहे थे।
संत प्रेमानंद महाराज की 2 अक्टूबर से पदयात्रा बंद होने के बाद रास्ते में सन्नाटा पसरना शुरू हो गया था। भक्त उनके दर्शनों के लिए आंसू बहाते थे। सोमवार को जब संत प्रेमानंद महाराज करीब रात 3 बजे आश्रम से बाहर अपने परिकर के साथ पदयात्रा पर निकले तो भक्तों की आंखों में खुशी देखने को मिली और वह राधे राधे कहने लगे।

