जयपुर : राजस्थान में धनतेरस के पर्व पर बाजार गुलजार है। ज्वेलरी मार्केट से लेकर कार-बाइक और टीवी-फ्रिज के शोरूम में सुबह से लोग खरीदी के लिए पहुंच रहे है। चांदी के भावों में 10 हजार रुपए तक की गिरावट के कारण लोगों में काफी उत्साह है।
इस साल जयपुर में चांदी के सिक्कों के साथ 20 ग्राम के चांदी के लक्ष्मी-गणेश भी डिमांड में है। चांदी के मछली-हाथी भी इस साल ट्रेंड में है।
कार-बाइक और इलेक्ट्रिक आइटमों पर जीएसटी रेट कट का असर भी नजर आ रहा है। जयपुर, जोधपुर, अलवर, अजमेर, उदयपुर, जोधपुर सहित तमाम जिलों के मार्केट में चहल-पहल है।
धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की पूजा के साथ यमराज के मंदिरों में भी भक्त पहुंचते है। अलवर के धर्मराज मंदिर पापों के प्रायश्चित के लिए सुबह से भक्तों की भीड़ है।

अलवर का बर्तन बाजार गुलजार है। सुबह से ही ग्राहक आने शुरू हो गए थे।
शुभ मुहूर्त में खरीदारी का रहेगा विशेष महत्व
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस बार धनतेरस 18 अक्टूबर को है। द्वादशी तिथि दोपहर 12:52 तक रहेगी, जिसके बाद त्रयोदशी तिथि शुरू होकर प्रदोषकाल तक रहेगी।
इस साल धनतेरस पर पूर्वाफाल्गुनी और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का योग बन रहा है। उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र शाम 5:09 बजे से प्रारंभ होगा, जो सूर्य का प्रभावशाली नक्षत्र है और यह आत्मबल, व्यवसाय और समृद्धि बढ़ाने वाला माना गया है।
कार्तिक कृष्णपक्ष की त्रयोदशी को समुद्र मंथन के समय माता लक्ष्मी और धन्वंतरि देव प्रकट हुए थे। इसी कारण इस दिन को लक्ष्मी पूजन और आयुर्वेद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। लक्ष्मी पूजा का शुभ समय: शाम 5:51 से रात 8:15 तक रहेगा।

जयपुर में चांदी के सिक्कों के साथ 20 ग्राम के चांदी के लक्ष्मी-गणेश भी डिमांड में हैं।

कोटा में इलेक्ट्रॉनिक आइटम की शॉप पर कस्टमर की भीड़।

अलवर में चांदी के मछली-हाथी की भी बिक्री खूब हो रही है।

जैसलमेर में धनतेरस पर बिकने के लिए आई बाइक।

जयपुर के परकोटे में मिट्टी के दीये सहित अन्य आइटम की भी अच्छी बिक्री हो रही है।

