दैनिक उजाला, मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा कैंपस में ‘योफोरिया नवाचार प्रतियोगिता 2025’ का ग्रैंड फिनाले उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ। छह घंटे लंबे चुनौतीपूर्ण आयोजन को वेयर यू एलीवेट कंपनी ने यो लर्न एआई टीम के सहयोग और जीएलए विश्वविद्यालय की सहभागिता से सफलतापूर्वक आयोजित किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ जीएलए ग्रेटर नोएडा कैंपस के प्रतिकुलपति प्रो. दिवाकर भारद्वाज ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि प्रथम वर्ष से लेकर अंतिम वर्ष तक के छात्र अपने कौशल, मेहनत और रचनात्मक सोच से उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं, जो नवाचार की दिशा में सराहनीय है।

कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे यो लर्न एआई के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी कीर्ति प्रकाश मिश्रा, वेयर यू एलीवेट सलाहकार अमेंश खार तथा सह-संस्थापक एवं मुख्य अनुभव अधिकारी संज्ञा श्रीवास्तव जिन्होंने छात्रों को नई तकनीकी संभावनाओं के प्रति मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान की।

इस प्रतियोगिता में देश के विभिन्न शहरों पुणे, चेन्नई, भोपाल आदि से आए प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिससे यह आयोजन राष्ट्रीय स्तर का मंच बन गया। कुल 25 टीमों ने भाग लिया, प्रत्येक टीम में दो सदस्य थे। प्रतिभागियों ने तीन प्रमुख क्षेत्रों कृत्रिम बुद्धिमत्ता उत्पाद डिजाइन, एआई एजेंट निर्माण और डिजिटल विकास रणनीति में अपनी प्रस्तुतियां दीं। प्रत्येक टीम को पांच मिनट के अंदर अपनी प्रस्तुति देनी थी, जिसका मूल्यांकन उद्योग विशेषज्ञों और बाहरी निर्णायक मंडल द्वारा किया गया, जिसमें मुख्य रूप से कीर्ति प्रकाश मिश्रा और यो लर्न एआई टीम शामिल रहे।

प्रतियोगिता में कृत्रिम बुद्धिमत्ता उत्पाद डिजाइन श्रेणी में सार्थक बजाज ने प्रथम स्थान प्राप्त कर पूर्णकालिक रोजगार प्रस्ताव हासिल किया, जबकि अर्पिता को प्रथम उपविजेता के रूप में प्रशिक्षण प्रस्ताव मिला। द्वितीय उपविजेता तपन तथा तृतीय उपविजेता राधेश्याम रहे, जिन्हें प्रशिक्षण प्रस्ताव प्रदान किए गए। डिजिटल विकास रणनीति श्रेणी में रुजुल कृष्णा ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए पूर्णकालिक रोजगार प्रस्ताव प्राप्त किया। वहीं एआई एजेंट इंजीनियर श्रेणी में श्याम, शमी, टीम 0 ऑफ 1, टीम एस्ट्रा और टीम कीबोर्ड वॉरियर्स को चयनित प्रतिभागियों के रूप में सराहा गया। सभी विजेता टीमों को वेयर यू एलीवेट की ओर से प्रशंसा पत्र प्रदान किए गए।

कार्यक्रम की सफलता में ई-सेल (नवाचार एवं उद्यमिता प्रकोष्ठ) के मार्गदर्शक डॉ. सचिन राठौर और कंप्यूटर विज्ञान विभाग के सहयोगी अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार का विशेष योगदान रहा। सभी प्रतिभागियों ने अपनी रचनात्मकता, टीम भावना और तकनीकी दक्षता का उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए वास्तविक जीवन की समस्याओं के समाधान प्रस्तुत किए। इस आयोजन में एआई क्लब, प्रशिक्षण एवं नियोजन प्रकोष्ठ तथा डिजाइन क्लब का भी सक्रिय सहयोग रहा।

‘योफोरिया नवाचार प्रतियोगिता 2025’ ने यह सिद्ध किया कि प्रथम वर्ष के छात्र भी अपने समर्पण, जिज्ञासा और नवाचार क्षमता के बल पर असाधारण उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं। यह आयोजन न केवल आने वाले तकनीकी चुनौतियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना, बल्कि विश्वविद्यालय में नवाचार, समस्या-समाधान और उद्यमशीलता की संस्कृति को और अधिक सशक्त किया।

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