खंडवा : खंडवा जिले के जावर थाना क्षेत्र के ग्राम पैठियां (मछौड़ी रैय्यत) स्थित एक मदरसे में बड़ी मात्रा में नकली नोट मिलने से हड़कंप मच गया। मस्जिद में इमाम के रूप में तैनात जुबेर पिता अशरफ अंसारी के कमरे से नकली नोटों के बंडल बरामद किए गए हैं। पुलिस ने नोटों की गिनती की तो 19 लाख 78 हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए गए।
ऐसे हुआ खुलासा, फिर पुलिस पहुंची मदरसा
मामले का खुलासा तब हुआ जब मालेगांव पुलिस ने नकली नोटों के साथ जुबेर और उसके साथी नजीम अकम अयूब अंसारी को 10 लाख के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। मामला मीडिया में आया। इसके बाद जावर थाना क्षेत्र के रहने वाले एक शख्स ने मीडिया रिपोर्ट्स में देखा कि दो में से एक आरोपी तो पैठियां गांव की मस्जिद का इमाम जुबेर है।
उसने जावर पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद पुलिस पैठियां गांव पहुंची और वहां लोगों से पूछताछ की। उच्च अधिकारियों ने मालेगांव पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि, उन्होंने उसी जुबेर नाम के शख्स को पकड़ा है, जो पैठियां की मस्जिद का इमाम है।

महाराष्ट्र पुलिस की सूचना पर खंडवा पुलिस ने मदरसे में छापा मारा।
इमाम ने किराये के कमरे में रखे थे नोट
इसके बाद जावर टीआई और थाने की टीम के अलावा सहित डीएसपी हेडक्वार्टर अनिल सिंह चौहान, टीआई सुलोचना गहलोद ने मदरसे में आरोपी जुबेर के कमरे की तलाशी। कई देर तक सर्चिंग की। तब जाकर एक बैग मिला। जिसमें करीब 16 लाख रुपए के नकली नोट मिलने का अनुमान है।
तस्करी का बड़ा नेटवर्क होने की आशंका
पुलिस के अनुसार, जुबेर मूल रूप से बुरहानपुर जिले के हरिपुरा क्षेत्र का निवासी है। वह मदरसे की ऊपरी मंजिल पर किराए के कमरे में रहता था। पुलिस को आशंका है कि तस्करी का बड़ा नेटवर्क यहां सक्रिय हो सकता है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर सप्लाई चेन व अन्य साथियों की जानकारी जुटा रही है।

मालेगांव पुलिस ने शुक्रवार को दो आरोपियों को पकड़ा था।
मालेगांव पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा था
पैठिया की मस्जिद का इमाम जुबेर मूल रूप से बुरहानपुर का रहने वाला है। वहीं दूसरा आरोपी नजीम अकम अयूब अंसारी भी बुरहानपुर के रहने वाले है। ये दोनों नकली नोट लेकर मालेगांव की ओर जा रहे थे। मालेगांव तालुका पुलिस ने मुंबई-आगरा हाईवे पर होटल एवन के पास जाल बिछाकर दोनों आरोपियों को दबोच लिया थी।
तलाशी में 10 लाख रुपए के नोट मिले
तलाशी में नकली नोटों के बंडल बरामद किए। जांच के दौरान दोनों के पास से 500 रुपए मूल्य के 2000 के नकली नोट (कुल 10 लाख रुपए), दो मोबाइल हैंडसेट और IMPEX कंपनी का एक चॉकलेट रंग का बैग कुल 10 लाख 20 हजार रुपए मूल्य का माल जब्त किया।
नोटों की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि वे पूरी तरह से नकली हैं। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता 2023 की धाराओं 179, 180 और 3(5) के तहत मामला दर्ज कर दोनों को 8 दिन की पुलिस कस्टडी में लिया है।
नमाज पढ़ाने का काम करता था आरोपी
पैठियां मस्जिद के सदर कलीम खान का कहना है कि जुबेर पिता अशरफ अंसारी पड़ोस के गांव बेनपुरा डोंगरी में नमाज पढ़ाने का काम करता था। उस गांव में कोई दूसरा इमाम आ गया तो जुबेर की छुट्टी हो गई। तब हमने जुबेर को एप्रोच किया और उसे हमारे यहां ले आए। वह बुरहानपुर का रहने वाला था, इसलिए उससे ज्यादा लिखा-पढ़ी नहीं की।
सदर के अनुसार, आरोपी जुबेर को 3 महीने पहले ही पैठियां की मस्जिद में बतौर इमाम रखा गया था। 3 महीने के भीतर वह कई बार छुट्टी पर जा चुका था।
पिछले महीने 26 अक्टूबर को जुबेर यह कहकर गया कि उसकी मां की तबीयत खराब है। इसलिए वह छुट्टी पर जा रहा है। तब से वह पैठियां नहीं लौटा है।

