नई दिल्ली : लोग जिंदगी में दो या तीन बार बार असफल होते ही निराश होते है और हार मान लेते हैं। अपनी किस्मत को जिम्मेदार ठहराते हुए आगे कोशिश ही करने से इनकार कर देते हैं। कभी-कभी कोई इंसान जब सफलता पाने के लिए जी-तोड़ मेहनत करता है और वो सफल नहीं हो पाता है तो उसकी हिम्मत टूटने लगती है। लेकिन आज हम जिस खास शख्सियत की बात कर रहे हैं वो एक नजीर हैं। आईएएस विजय वर्धन ऐसी शख्सियत हैं जो दर्जनों बार प्रतियोगी परीक्षाओं में फेल हुए इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। आखिरकार यूपीएससी क्रैक करके ही दम लिया। उन्होंने हरियाणा पीसीएस, यूपी पीसीएस, एसएससी सीजीएल जैसी 30 प्रतियोगी परीक्षाएं दी। लेकिन एक में भी सफल नहीं हुए। वह इससे निराश तो जरूर हुए लेकिन हार नहीं मानी।

विजय वर्धन ने तैयारी के दौरान हरियाणा पीसीएस, यूपी पीसीएस, एसएससी सीजीएल जैसी 30 प्रतियोगी परीक्षाएं दी, लेकिन उन्हें सफलता किसी में भी नहीं मिली। साल 2013 में उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले विजय वर्धन ने सिविल सर्विसेज ज्वाइन करने का इरादा बनाया। लेकिन अपनी चाहत को मुकाम तक पहुंचाने के दौरान उनके रास्ते में कई असफताएं आईं पर वो अपने लक्ष्य से कभी नहीं डिगे।

विजय वर्धन ने साल 2014 और 2015 में विजय केवल प्री परीक्षा पास कर पाए और मुख्य परीक्षा में असफल रहे। तीसरी बार विजय ने अपनी तैयारियों का रुख बदला और फाइनल भी पास कर गए लेकिन केवल 06 अंक से मुख्य सूची में आने से रह गए। बार-बार असफल होने के बावजूद विजय के इरादे नहीं डगमगाए और 2017 में उन्होंने फिर परीक्षा दी और अबकी बार साक्षात्कार तक पहुंचे लेकिन सफलता अभी भी उनसे दूर थी।

आखिरकार साल 2018 में उनकी अथक मेहनत और खुद से की गईं उम्मीदें रंग लाईं और विजय यूपीएससी क्रैक करने में कामयाब रहे। इसके बाद विजय वर्धन ने आईपीएस पद से ही संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने अपनी कमियों पर फोकस करके एक बार फिर यूपीएससी परीक्षा दी और वह 2021 में आईएएस बने।

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