- परिषद के सदस्य सेवानिवृत्त प्राध्यापकों से किया आह्वान, समाज की भलाई के लिए करें कार्य
- सामाजिक कार्यों में रूचि रखने वाले व्यक्ति समर्पण पोर्टल पर करवाएं पंजीकरण
चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के सदस्य सेवानिवृत्त प्राध्यापकों का आह्वान किया कि वे सेवा भाव से जुड़ कर समाज की भलाई के लिए कार्य करें। समाज सेवा में रुचि रखने वाले व्यक्तियों के लिए ही सरकार ने समर्पण पोर्टल बनाया है, जिस पर व्यक्ति स्वयं को पंजीकृत कर सामाजिक कार्यों में सरकार का सहयोग कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में आयोजित हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद के ‘विमर्श’ कार्यक्रम में शिरकत की और परिषद के सदस्य सेवानिवृत्त प्राध्यापकों से संवाद किया।
मनोहर लाल ने कहा कि सरकारी स्तर पर भौतिक विकास और जनसुविधाऐं उपलब्ध करवाने के लिए बहुत बड़ा अमला है। सामाजिक स्तर ऊंचा उठाने के लिए लोगों की सोच बदलने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करने और समाज को ऊपर उठाने के लिए काम करें।
सामाजिक कार्यों में रूचि रखने वाले व्यक्ति करवाएं पंजीकरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के कई वर्ग और नागरिक ऐसे हैं जो समाज के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें एक प्लेटफॉर्म नहीं मिलता। ऐसे लोगों के लिए ही राज्य सरकार ने सामाजिक सरकार ने Samarpan.haryana.gov.in पोर्टल बनाया है। सामाजिक कार्यों में रूचि रखने वाले व्यक्ति इस पोर्टल पर पंजीकरण करवा कर सेवा भाव से लोगों की भलाई के लिए कार्य कर सकते हैं। इस पोर्टल पर लगभग 3 हजार वॉलंटियर्स ने रजिस्ट्रेशन किया है।
उन्होंने कहा कि समाज सेवा के इसी भाव के साथ उच्च शिक्षा परिषद के माध्यम से भी सेवानिवृत्त प्राध्यापकों से संपर्क किया गया है। अब तक 150 प्राध्यापकों ने समर्पण पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया है।
उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद बहुत से लोग अपने परिवार की जिम्मेदारियां पूरी करने के बाद समय व्यतीत करने के लिए समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं, वे सभी व्यक्ति इस पोर्टल पर रजिस्टर करें और सरकार का सहयोग करें।
अंत्योदय दर्शन पर काम कर रही राज्य सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन पर चलते हुए प्रदेश के वंचित वर्ग को मुख्यधारा में लाने के उद्देश्य से अति गरीब परिवारों के आर्थिक उत्थान का लक्ष्य रखा है। इसके लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना शुरू की गई है। इसके तहत 1 लाख रुपए वार्षिक तक आय वाले साढ़े 7 लाख परिवारों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के समय में नशा भी एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है। इस बुराई को समाज में फैलने से रोकना है। युवाओं को नशे की प्रवृत्ति से दूर रखने के लिए उच्च शिक्षा परिषद के सदस्य भी राज्य सरकार का योगदान करें।
इस अवसर पर परिषद के अध्यक्ष प्रो बी के कुठियाला ने कहा कि उच्च शिक्षा से सेवानिवृत्त लोगों पर समाज का बहुत बड़ा विश्वास है। ऐसे सदस्य निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री के आह्वान के अनुरूप समाज सेवा के लिए कार्य करेंगे।