- कांस्टेबल को एक मकान में सांप घुस जाने की मिली थी सूचना।
- पाइप में छिपकर बैठे सांप को बाहर निकालने के लिए लोगों ने उसमें कीटनाशक मिला पानी डाल दिया था।
दैनिक उजाला, नर्मदापुरम : अभी तक आपने इंसानों को सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) देकर लोगों की जान बचाते हुए सुना और देखा होगा। लेकिन क्या आपने कभी इंसान द्वारा सांप को सीपीआर देकर जान बचाते हुए देखा है। दरअसल, हम यह बात इसलिए कह रहे हैं कि मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में एक पुलिस आरक्षक ने दावा किया कि उसने सीपीआर देकर एक सांप की जान बचाई। इसका वीडियो भी सामने आया है।
जिले के सेमरीहरचंद पुलिस चौकी में पदस्थ कांस्टेबल अतुल शर्मा ने बताया कि उन्हें मंगलवार शाम को सूचना मिली कि एक मकान में सांप घुस गया है। लोगों ने सांप को बाहर निकालने के लिए कीटनाशक मिलाकर पानी पाइप में डाल दिया था। सांप को जब पाइप से बाहर निकाला गया तो वह बेहोशी की हालत में था।
कांस्टेबल ने बताया कि यह देखकर उनसे रहा नहीं गया और वह बेसुध सांप को हाथ में लेकर उसे मुंह से सांस देने लगे। इसके पहले उसके शरीर में मौजूद पानी को पेट के बाहर निकाला गया। सीपीआर देने के बाद सांप को होश आ गया। एक घंटे बाद सांप को जंगल में छोड़ दिया गया। इस घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह सांप धामन प्रजाति का बताया जा रहा है। इस प्रजाति के सांप में जहर नहीं होता है।
वहीं, इस मामले में पशु चिकित्सक का कहना है कि सांप को इस तरह का सीपीआर देना संभव नहीं है। सांप ने खुद ही अपने आप से शरीर को वातावरण के अनुकूल ढाल लिया होगा। पुलिस कांस्टेबल अतुल शर्मा ने बताया कि वह साल 2008 से लेकर अभी तक वह लगभग 500 सांपों का सुरक्षित रेस्क्यू कर चुके हैं। लेकिन यह पहला मामला था जिसमें किसी सांप को सीपीआर देकर उसकी जान बचाई।