नई दिल्ली : ये भारत देश है यहां राजनीति में यहां सब कुछ संभव है। ऐसी ही राजनीति में जनता भी पिसती रहती है, लेकिन क्यों ? अगर इससे इतर पूर्ण राजनीतिज्ञ ज्ञान जनता की समस्याओं पर लगा दिया जाय तो वाकई देश में बदलाव की बयार चलने लगे। बीते दिनों कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे ने कुत्ते वाला बयां दिया, लेकिन यह बयान यहीं नहीं रुका इसके बाद बीजेपी विधायक ने कुत्ते पर ही बयान दिया। अब सवाल उठता है की आखिर ऐसा क्यों ? क्या इनको जनता ने चुनकर इसलिए छोड़ दिया कि वह जनता को भूलकर बेवजह की राजनीति करें।
खड़गे ने दिया था ये विवादित बयान
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजस्थान के अलवर में कहा था कि कांग्रेस ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी जैसे नेताओं ने अपने प्राण गंवाए। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए आगे कहा था कि क्या आपके घर का ‘कुत्ता’ भी देश की आजादी के लिए मरा है? फिर भी वो देशभक्त होने का दावा करते हैं और अगर हम कहते हैं तो हमें देशद्रोही करार दिया जाता है। खड़गे के इस बयान पर मंगलवार को संसद में जमकर हंगामा हुआ था और बीजेपी ने उनसे माफी मांगने की पुरजोर मांग की थी जिसके जवाब में खड़गे ने माफी मांगने से साफ इंकार कर दिया था।
खड़गे के बयान पर रामेश्वर की खरी-खरी
मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि ‘इनको ‘कुत्ते’ गिनने की आदत हो गई है कांग्रेस को..आदमी गिनने की आदत नहीं हुई है..देशभक्तों का सम्मान करने की आदत नहीं हुई है। जैसे सोनिया गांधी के दरबारी ‘कुत्ते’ ये बने घूमते हैं, उसी दृष्टि से ये दूसरों को देखते हैं। जो खुद ‘कुत्ता’ होता है वो दूसरों को ‘कुत्ता’ देखता है। इसलिए मल्लिकार्जुन खड़गे को समझना चाहिए कि वो खुद दस जनपथ के ‘कुत्ते’ बने हुए हैं इसलिए दूसरे को ‘कुत्ता’ कहना अपराध है।’