देवरिया : देवरिया जिले के रूद्रपुर क्षेत्र में जमीन के विवाद में एक ही परिवार में पांच लोगों की हत्या के बाद गंभीर रूप से घायल अनमोल दुबे से सीएम योगी ने मेडिकल कॉलेज में मुलाकात कर पीड़ित का हालचाल जाना। इस हत्याकांड में दोनो तरफ से पुलिस मुकदमा दर्ज कर लिया है। मृतक सत्य प्रकाश दुबे की बेटी शोभिता की तहरीर पर 27 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ हत्या, जानलेवा हमला और मारपीट का मामला दर्ज कराया है।
उन्होंने बताया कि गांव में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। एफआईआर के अनुसार, शोभिता ने बताया कि मेरे चाचा प्रकाश दुबे का साल 2014 में अपहरण करके प्रेम प्रकाश यादव ने अपने नाम हमारा पूरा खेत लिखवा लिया था. जब इसकी जानकारी मेरे पिता सत्यप्रकाश दुबे को हुई तो उन्होंने न्यायालय में मुकदमा कर दिया. ये केस अभी चल रहा है. उसी रंजिश को लेकर हमारे घर पर हमला किया।
बता दें कि सोमवार सुबह दो पक्षों के बीच हुए संघर्ष में एक ही परिवार के पांच सदस्यों समेत छह लोगों की हत्या कर दी गयी। पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव में आज सुबह करीब छह बजे जमीन के विवाद को लेकर सत्य प्रकाश दुबे (54), उसकी पत्नी किरण (52), बेटी सलोनी (18) और नंदिनी (10) तथा बेटे गांधी (15) की हत्या कर दी गयी। उन्होंने बताया कि इससे पहले आज ही सुबह जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव (50) की सत्य प्रकाश दुबे के पक्ष के लोगों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। उसके बाद हुए संघर्ष में दुबे और उसके परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई। फिलहाल घटना के बाद में सन्नाटा पसरा हुआ है। सुरक्षा को देखते हुए गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
‘मैं घर लौटा तो सब खत्म हो गया’:बेटा बोला-दोषियों को फांसी हो
देवरिया हत्याकांड में सत्यप्रकाश दुबे का बड़ा बेटा 17 साल का देवेश सामने आया है। वारदात के वक्त देवेश घर पर नहीं था। देवेश ने सोमवार रात ही माता-पिता, एक भाई और दो बहनों की चिता को मुखाग्नि दी। इसके बाद पुलिस सुरक्षा में कैमरे में आकर बातचीत की। कहा-जैसे मेरा परिवार खत्म हुआ, वैसे हत्यारों का भी परिवार बचना नहीं चाहिए। उनको भी फांसी हो।
मेरे छोटे भाई गांधी का बर्थडे था। बर्थडे के दिन ही उसकी हत्या कर दी गई। भाई ने मुझसे सुबह कहा, भैया आज मेरा जन्मदिन है, तुम मुझे क्या दोगे? देवेश ने बताया कि उसने भाई से कहा, ”मैं कथा कराने जा रहा हूं। वहां से जो भी पैसे मिलेंगे वह लाकर मैं तुम्हें दे दूंगा, जिससे तुम अपना जन्मदिन मना लेना। यह कहते हुए मैं कथा कराने चला गया। जब तक वापस लौटा, मेरे परिवार के सभी लोगों की हत्या हो चुकी थी। मेरा एक छोटा भाई अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। मैं भी अगर घर पर रहता तो आज शायद मेरी भी हत्या हो गई होती। मुझे क्या पता था कि जब मैं घर लौटूंगा तो सब कुछ खत्म हो जाएगा। कुछ बचेगा ही नहीं।”
देवेश ने सरकार से मांग करते हुए कहा ”जिस तरह अपराधियों ने मेरे पूरे परिवार को खत्म किया, ठीक उसी मेरे परिवार की हत्या करने वाले का खानदान खत्म हो। दोषियों को फांसी की सजा दी जाए” उसने अपने परिवार की हत्या का आरोप पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव समेत, उसके भाई रामजी यादव और उसके पिता रामभुवन यादव पर लगाया।
वहीं, वारदात के बाद घटनास्थल पहुंचे स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि अगर इस पूरे मामले में कहीं भी पुलिस ही लापरवाही सामने आई तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।