भोपाल : मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस हमलावर है। अब, उसने तो द कश्मीर फाइल्स की तर्ज पर मध्यप्रदेश में हुए घोटालों को लेकर एमपी फाइल्स नाम की एक वेब सीरीज तैयार की है। इस वेब सीरीज की सीडी प्रधानमंत्री को भेजे जाने की बात कही जा रही है। पिछले दिनों कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी का जबलपुर आना हुआ और उन्होंने यहां पर राज्य की भाजपा सरकार को भ्रष्टाचार में लिप्त करार दिया। यहां तक आरोप लगाया कि भाजपा के 220 महीनों के शासनकाल में 225 घोटाले हुए हैं। राज्य की कांग्रेस इकाई ने इन्हीं 225 घोटालों पर वेब सीरीज तैयार की है। यह वेब सीरीज कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ताओं ने मिलकर तैयार की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रियंका गांधी के दावे के बाद ‘एमपी फाइल्स’ नाम की वेब सीरीज तैयार कराने में प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह राजावत का दिमाग है। हालांकि, उनके साथ प्रदेश कांग्रेस के अन्य प्रवक्ताओं ने भी इसमें अहम भूमिका निभाई है। इस संबंध में कांग्रेस प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि, बीते 18 साल में बीजेपी ने हर बार स्वर्णिम मध्य प्रदेश बनाने का नारा दिया। जनता ने बार-बार बीजेपी को बहुमत भी देती रही, लेकिन हर बार बीजेपी पूरी तरह विफल रही। 2008 में आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश बनाने का वादा किया गया। 2013 में समृद्ध और विकसित मध्य प्रदेश बनाने का दावा किया। ये सभी वादे कोरी कल्पना साबित हुए। 2018 में गुजरात मॉडल बनाने की बात कही थी, लेकिन इन 18 सालों में 225 घोटालों के सिवा कुछ और नहीं हुआ। अब इन्हीं घोटालों को ‘एमपी फाइल्स’ के नाम से प्रदेश की जनता के सामने लाया जा रहा है।
वेब सीरीज को लेकर दावा किया जा रहा है कि, इसके जरिए सिंहस्थ घोटाला, ओम सर्किट घोटाला, महाकाल घोटाला, चिक्की घोटाला, यूनिफॉर्म घोटाले जैसे 225 घोटालों का पर्दाफाश किया जाएगा। कांग्रेस का दावा है कि, ये वेब सीरीज पूरी तरह बनकर तैयार है। इसे जल्द ही पीएम मोदी को भेजकर ‘केरला स्टोरी’ की तरह टेक्स फ्री करने की मांग भी जाएगी। हालांकि, अबतक कांग्रेस की ओर से इसका एक भी प्रोमो आउट नहीं किया गया है। फिलहाल, इसके पीछे वजह जो भी हो, लेकिन सवाल ये है कि, जब कांग्रेस के पास 225 घोटालों के पुख्ता सबूत हैं तो फिर वो 18 साल से इन्हें अपे पास रखकर चुपचाप क्यों बेठी रही ? हालांकि, भारतीय जनता पार्टी की ओर से इसे सिर्फ एक राजनैतिक स्टंट करार दिया जा रहा है।