चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वर्ष 2014 में सत्ता संभालते ही सर्व-समाज को एक सूत्र में पिरोने के लिए महापुरुषों की जयंतियां सरकारी तौर पर मनाने का निर्णय लेकर सामाजिक समरसता का संदेश दिया और इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने एक नई योजना संत महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रचार-प्रसार की शुरूआत की है जिसके अंतर्गत समाज के हर वर्ग से जुड़े महापुरुषों की जयंती मनाई जा रही है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की दूरदर्शी सोच और मार्गदर्शन में जब से सरकार ने संत महापुरुषों की जयंतियों व यादगार दिवसों को सरकारी तौर पर मनाने की पहल की है, तो सर्व समाज के लागों ने इन कार्यक्रमों में भाग लेकर समाज को एकता के सूत्र में पिरोने का काम किया है। सरकार की यह पहल युवाओं को प्रेरणा देते हुए उन्हें सकारात्मक दिशा में आगे ले जाने की भी एक पहल है।
इसी उद्देश्य से सरकार ने संत महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रचार प्रसार योजना चलाई है, जिसके तहत अब तक प्रदेशभर में अनेक महापुरुषों के सम्मान में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। इसी कड़ी में हरियाणा में पहली बार महाराजा शूरसेन जयंती पर हिसार में 20 दिसंबर को भव्य राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे।
पौराणिक कथाओं और मान्यताओं के अनुसार महाराजा शूरसेन का जन्म महाभारत काल में हुआ था। वर्तमान के मथुरा नगर पर राजा शूरसेन का शासन हुआ करता था। मथुरा प्राचीन भारत के 16 जनपदों में से एक था। समाज में आपसी प्रेम व सौहार्द महाराजा शूरसेन की प्राथमिकता रहा है। महाराजा शूरसेन के जीवन व आदर्शों को युवा पीढ़ी को अपनाना चाहिए। उनकी इन्हीं सोच को हर नागरिक को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए और जरूरतमंद व गरीब व्यक्ति की सहायता करनी चाहिए, तभी समाज, प्रदेश व देश उन्नति करेगा। सैनी समाज का इतिहास जितना गौरवशाली और महान है, उतना ही यह प्राचीन भी है। देश की आजादी के आंदोलन में और आजादी के बाद देश के नवनिर्माण में सैनी समाज का योगदान सराहनीय रहा है। सैनी समाज के लोग खेतीबाड़ी विशेषकर फूल व सब्जी की खेती में माहिर माने जाते है। समारोह को सफल बनाने के लिए सैनी समाज में ख़ासा उत्साह है। समाज के लोगों का मानना है कि मुख्यमंत्री की यह पहल सराहनीय है और इसके लिए पूरा सैनी समाज मुख्यमंत्री का आभारी है।