• जीएलए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल ने कुछ कंपनी के स्टार्टअप के संस्थापक से मुलाकात कर उन्हें स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम से अलग आवश्यकता अनुसार विश्वविद्यालय द्वारा वित्तीय सहायता देने का आश्वासन दिया

दैनिक उजाला संवाद, मथुरा : स्टार्टअप इंडिया सीड फण्ड स्कीम के तहत स्पार्कल जीएलए विश्वविद्यालय एवं स्टार्टअप्स के बीच निवेश समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं। इस स्कीम के तहत यूमैक्स ऑटो स्पेयर ओपीसी, न्यूजेन फ़ूड टेक, सरासन हेल्थ केयर, बुज़ार इनोवेशन एवं अलकोमोटिव इंडिया इन पांचो स्टार्टअप्स को स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम (एसआईएसएफएस) के तहत स्पार्कल जीएलए विश्वविद्यालय ने फंडिंग और मेंटरशिप प्रदान करने की योजना बनाई है।

स्टार्टअप इंडिया ने स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना के तहत स्पार्कल जीएलए विष्वविद्यालय इनक्यूबेशन सेंटर को सीड फंड प्रदान करने के लिए कुल 2 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। इस सीड फंड योजना के तहत निवेष करने के लिए अभी तक पांच स्टार्टअप का चयन किया गया है। इन र्स्टाटअप को फंडिंग और मेंटरषिप जीएलए द्वारा प्रदान की जायेगी। इस फंडिंग के माध्यम से कंपनी संस्थापक अपने स्टार्टअप को और मजबूती प्रदान कर सकेंगे तथा विद्यार्थियों के लिए नए रोजगार के द्वार खुलेंगे।

विदित रहे कि स्टार्टप फंडिंग के लिए चयनित यूमैक्स ऑटो स्पेयर ओपीसी प्रा.लि., यह ऑटो स्पेयर पार्ट्स के निर्माण में विशेषज्ञता रखता है। कंपनी के संस्थापक उमेश कुमार ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया सीड फण्ड स्कीम से आवंटित फंड का उपयोग वह अपने व्यापार को बढ़ाने में करेंगे। साथ ही उन्होंने स्टार्टअप इंडिया, भारत सरकार द्वारा चलायी जा रही इस स्कीम की सराहना करते हुए कहा कि इस स्कीम से छोटे शहर से आने वाले स्टार्टअप फाउंडर को काफी मदद मिल रही है और इसके साथ ही उन्हें इनक्यूबेटर के माध्यम से बड़े फंड से जुड़ने का अवसर मिल रहा है। भारत स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए इससे अच्छी बात नहीं हो सकती जब भारत के कोने-कोने से लोग स्टार्टअप करने के लिए आगे आ रहे है ।

न्यूजेन फ़ूड टेक प्रा.लि. मोमोज़ और फास्ट फूड का निर्माण करती है। यह स्टार्टअप अपने अनोखे और स्वादिष्ट फूड प्रोडक्ट्स के लिए प्रसिद्ध है। सरासन हेल्थ केयर प्राइवेट लिमटेड आयुर्वेदिक उत्पादों का निर्माण करती है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं। कंपनी की संस्थापक दीप्ती त्रिपाठी का कहना है कि स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम एवं जीएलए विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर के समर्थन से हम और भी अधिक सफलता प्राप्त करेंगे।

बुज़ार इनोवेशन प्राइवेट लिमटेड कंपनी के संस्थापक साहिल कपूर ने बताया कि उनका स्टार्टअप ब्रांडों को स्मार्ट स्टोर चयन, वितरण-ए-सेवा और खुदरा विश्लेषण प्रदान करता है एवं अलकोमोटिव इंडिया प्रा.लि. के संस्थापक आशीष कुलश्रेष्ठ ने बताया कि उनका स्टार्टअप मशीन ऑटोमेशन में नवाचार करते हैं।

जीएलए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल ने कुछ कंपनी के स्टार्टअप के संस्थापक से मुलाकात कर उन्हें स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम से अलग आवश्यकता अनुसार विश्वविद्यालय द्वारा वित्तीय सहायता देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि भारत एक विकासषील देष है। इस विकासषील देष में अगर स्टार्टअप और आगे बढें़गे तो जाहिर सी बात है कि रोजगार के नए द्वार खुलेंगे।
जीएलए के सीईओ नीरज अग्रवाल एवं सीएफओ विवेक अग्रवाल ने सभी स्टार्टअप फाउंडर्स को शुभकामनाएं दीं।

प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने कहा कि जीएलए विश्वविद्यालय का उद्देश्य नवाचार और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करना है। इनक्यूबेशन हेड रवि कुमार तिवारी ने कहा कि स्पार्कल जीएलए इनक्यूबेशन सेंटर का उद्देश्य स्टार्टअप्स को सभी आवश्यक संसाधन और समर्थन प्रदान करना है, ताकि वे अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक स्थापित कर सकें। मैनेजर इंक्यूबेशन अभिषेक गौतम एवं कॉर्डिनेटर जितेन्द्र कुमार ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा किए और कहा कि हमारे मेंटरशिप प्रोग्राम के माध्यम से हम स्टार्टअप्स को सही दिशा और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। हमें विश्वास है कि यह स्टार्टअप्स भविष्य में बहुत सफल होंगे।

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