चंडीगढ़ : हरियाणा के बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की बेहतरीन नीतियों की बदौलत प्रदेश की दोनों बिजली वितरण कंपनियों ने राष्ट्रीय स्तर पर ए+ ग्रेड हासिल कर श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि में ‘बिजली चोरी पकड़ो अभियान’ एवं ‘म्हारा गाँव जगमग गाँव’ योजना का विशेष योगदान रहा है, क्योंकि इनसे बिजली कंपनियों के राजस्व में काफी बढ़ौतरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अपने सभी उपभोक्ताओं को निरंतर एवं निर्बाध बिजली उपलब्ध करवाने के लिए प्रयासरत है।
चौटाला ने बताया कि केन्द्रीय विद्युत मंत्रालय ने हाल ही में बिजली वितरण कंपनियों की 11वीं एकीकृत वार्षिक रिपोर्ट जारी की है जिसमें हरियाणा की दोनों बिजली वितरण कंपनियों (यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन) ने पिछली एकीकृत वार्षिक रिपोर्ट में सुधार करते हुए अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है। वर्तमान रिपोर्ट में भारत भर से 43 राज्य डिस्कॉम, 8 निजी डिस्कॉम और 12 बिजली विभागों को शामिल किया गया था।
बिजली वितरण निगमों के चेयरमैन श्री पी.के. दास ने बताया कि यूएचबीवीएन और डीएचबीवीएन दोनों को ए+ ग्रुप में रखा गया है। डीएचबीवीएन ने अपने मूल्यांकन में 85.71 से 89.30 तक सुधार किया है और इसे 9वें स्थान पर रखा गया है। वहीं यूएचबीवीएन ने अपने मूल्यांकन में 74.70 से 87.60 तक सुधार किया है और इसे 10वें स्थान पर रखा गया है।
यूएचबीवीएन के प्रबन्ध निदेशक श्री साकेत कुमार ने बताया कि यूएचबीवीएन ने पिछली रेटिंग में सुधार करते हुए 14वें स्थान से 10वां स्थान हासिल किया है। इसी प्रकार डीएचबीवीएन ने पिछली रेटिंग में सुधार करते 12वें स्थान से 9वां स्थान हासिल किया है। दोनों बिजली निगमों ने पूरे देश में अच्छा प्रदर्शन करते हुए ए+ ग्रेड हासिल किया है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा प्रदेश की बिजली वितरण कंपनियां लगातार अपनी स्थितियों में सुधार करती जा रही हैं । सरकार की सूझबूझ एवं कुशल नेतृत्व के कारण ऐसा हो पाया है।