- जीएलए के जैव प्रौद्योगिकी विभाग में ‘इंस्पायर विज्ञान इंटर्नशिप शिविर‘ 16 से 20 जुलाई तक
- ‘इंस्पायर विज्ञान इंटर्नशिप शिविर‘ में उत्तर प्रदेश के 200 इंटर स्कूली विद्यार्थी करेंगे प्रतिभाग, रजिस्ट्रेशन शुरू
दैनिक उजाला, मथुरा : विज्ञान वह व्यवस्थित ज्ञान या विद्या है जो विचार, अवलोकन, अध्ययन और प्रयोग से मिलती है। इंटर स्कूली विद्यार्थियों को ऐसे ही अध्ययन और प्रयोग हेतु जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा का जैव प्रौद्योगिकी विभाग 16 जुलाई से 20 जुलाई, 2024 तक ‘इनोवेशन इन साइंटिफिक परस्यूट फॉर इंस्पायर्ड रिसर्च (इंस्पायर) विज्ञान इंटर्नशिप शिविर का आयोजन करने जा रहा है। रजिस्ट्रेशन की शुरुआत हो चुकी है।
भारत में राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधार को मजबूत करने के लिए बुनियादी विज्ञान में उन्नत अध्ययन और अनुसंधान के लिए युवा प्रतिभाओं को प्रेरित करने के लिए भारत सरकार के साइंस विज्ञान विभाग (डीएसटी) के बैनर तले इंस्पायर शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य युवा मन को विज्ञान के बारे में प्रेरित और उत्साहित करना और अनुसंधान में वर्तमान नवाचारों की एक झलक प्रदान करना है, ठीक उस समय से पहले जब वे अपने करियर के बारे में निर्णय लेते हैं।
जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में भारत सरकार के साइंस विज्ञान विभाग (डीएसटी) के बैनर तले आयोजित होने वाले पांच दिवसीय शिविर के बारे में जानकारी देते हुए विष्वविद्यालय की प्रोफेसर एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अंजना गोयल ने बताया कि 16 जुलाई से 20 जुलाई, 2024 तक आयोजित होने वाले शिविर में उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्कूलों के लगभग 200 छात्रों को विज्ञान की सभी शाखाओं यानी भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, भू-विज्ञान और बुनियादी कंप्यूटर विज्ञान के विषयों में देश के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करने का अवसर प्रदान करेगा। व्याख्यान, प्रयोगशाला प्रदर्शन, कार्यशालाएँ, प्रयोगशाला दौरे, विचार-मंथन गतिविधियां, एक-से-एक चर्चाएं और सामाजिक मेलजोल, जो न केवल विज्ञान में उनकी जिज्ञासा को पोषित करेगा बल्कि, उन्हें लीक से हटकर सोचने में भी मदद करेगा।
विज्ञान शिविर में प्रतिभागी निःशुल्क रजिस्ट्रेशन जीएलए डॉट एसी डॉट इन की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं। प्रतिभागियों को बिल के विरुद्ध टीए की प्रतिपूर्ति की जाएगी। शिविर के सफल समापन के बाद प्रतिभागियों को भागीदारी का प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। कक्षा 11 और 12 (केवल विज्ञान स्ट्रीम) के छात्र, जिन्होंने दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में सीबीएसई से 96 प्रतिषत, आईसीएसई बोर्ड से 97.8 प्रतिशत तथा यूपी बोर्ड से 88.8 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी भाग ले सकते हैं। विद्यार्थी जीएलए डॉट एसी डॉट इन वेबसाइट पर विजिट कर पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण करें।
बायोटेक विभाग के विभागध्यक्ष प्रो. शूरवीर सिंह ने बताया कि “प्रेरित अनुसंधान के लिए विज्ञान की खोज में नवाचार विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रायोजित और प्रबंधित एक अभिनव कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य कम उम्र में ही विज्ञान के अध्ययन के लिए प्रतिभा को आकर्षित करना है। कार्यक्रम में विद्यार्थियों से रूबरू होने के लिए जीबी पंत यूनिवर्सिटी पंत नगर के कुलपति प्रो. एमएस चौहान, पीडीएम यूनिवर्सिटी हरियाणा के पूर्व कुलपति प्रो. एके बक्षी, एसजीबीटी खालसा कॉलेज न्यू दिल्ली के एसोसिएट प्रोफेसर डा. जीएस षोधी, जेएनयू न्यू दिल्ली के प्रोफेसर डा. जयंत कुमार त्रिपाठी, जीसी बोस यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी फरीदाबाद के कुलपति प्रो. एसके तोमर, मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंसेस विभाग के वैज्ञानिक डा. निलॉय खरे, जिनोवा बायोफार्मास्युटिकल्स पुणे के सीईओ डा. संजय सहित कई वैज्ञानिक और विशय-विशेषज्ञों ने कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए अनुमति प्रदान की है।