दैनिक उजाला, आगरा : आगरा के ताजमहल को लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने 2 दिन पहले 8 पॉइंट पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था-⁠ भाजपा सरकार ताजमहल का रख-रखाव नहीं कर पा रही है। विभाग भी निष्क्रिय है।

अब ASI ने अखिलेश के सभी पॉइंट पर अपना जवाब दिया है। X पर उनके पोस्ट को रि-पोस्ट करते ASI ने लिखा- जंग लगने जैसी सूचना गलत है। भ्रमित मत होइए। ताजमहल पधारकर सुंदर वातावरण का आनंद लीजिए।

ताजमहल की दीवार पर पौधे की यह तस्वीर सामने आई थी।

ताजमहल की दीवार पर पौधे की यह तस्वीर सामने आई थी।

अब अखिलेश के सवाल और ASI के जवाब पढ़िए…

सवाल: क्या मुख्य गुंबद पर लगे कलश की धातु में जंग लगने की आशंका है?

जवाब: ताजमहल के मुख्य गुंबद पर जंग लगने की सूचना गलत है।

सवाल: क्या मुख्य गुंबद से पानी टपक रहा है?

जवाब: लगातार अधिक बारिश के चलते पानी की कुछ बूंदें देखी गई हैं, जिनका निराकरण किया जा रहा है। कोई गंभीर संरचनात्मक समस्या नहीं है।

सवाल: गुंबद में पेड़ उग आने का समाचार सुर्खियों में है। अगर इन जैसे पेड़ों की जड़ें विकसित हो गईं, तो क्या ताजमहल में दरारें आ सकती हैं?

जवाब: मुख्य गुंबद में नहीं, बल्कि बाहरी दीवार में पौधा था, जिसे हटा दिया गया है। बारिश के मौसम में इस तरह के पौधे उगते हैं, जिन्हें निरंतर हटाया जाता रहता है।

सवाल: क्या ताजमहल परिसर बंदरों के लिए अभयारण्य बन गया है?

जवाब: ताजमहल परिसर में 1 साल से अधिक समय से किसी पर्यटक ने बंदर की शिकायत नहीं की है।

सवाल: क्या ताजमहल परिसर में जलभराव की समस्या है?

जवाब: ताजमहल के उद्यान परिसर में बारिश से भरा हुआ पानी क्षणिक होता है, जो कुओं से भूजल में समाहित हो जाता है। यह जल संरक्षण की एक विधि है, न कि कोई समस्या।

सवाल- पर्यटकों की परेशानी ये है कि वो ताजमहल को निहारें या समस्याओं से निपटें?

जवाब- ताजमहल परिसर के अंदर पर्यटकों के लिए सुंदर वातावरण है। कृपया पधारकर आनंद लें।

सवाल- इन सब कारणों से दुनियाभर से आने वाले पर्यटकों के बीच देश की छवि वैश्विक स्तर पर धूमिल होती है?

जवाब- यह एक विश्व धरोहर है। दुनिया के 7 अजूबों में शुमार है। कुछ भ्रामक और नकारात्मक खबरों से किसी को भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है।

सवाल: सवाल ये है कि ताजमहल के रख-रखाव के लिए जो करोड़ों का फंड आता है, वो कहां जाता है?

जवाब: ताजमहल के रख-रखाव के लिए जो भी राशि खर्च की जाती है, उसका समय-समय पर ऑडिट किया जाता है। अब तक ऑडिट में ऐसी कोई शंका जाहिर नहीं की गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *