- पत्नी-भतीजा गंभीर, फतेहपुर में डंपर में घुसी कार
फतेहपुर/झांसी : फतेहपुर में बेकाबू अर्टिगा कार हाईवे पर खड़े डंपर में पीछे से जा घुसी। हादसे में इंजीनियर बेटे की अस्थियां गंगा में विसर्जित करने प्रयागराज जा रहे मां, पिता और जीजा समेत 4 लोगों की मौत हो गई। सॉफ्टवेयर इंजीनियर पत्नी और 12 साल के भतीजे की हालत गंभीर है।
कार सवार झांसी के रहने वाले थे। उनका बेटा 12 अप्रैल को मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में डूब गया था। 5 दिन बाद, यानी 17 अप्रैल को उसकी लाश मिली थी। कल उसका अंतिम संस्कार किया गया था। हादसा सुबह 8 बजे कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर सुजानीपुर मोड़ के पास हुआ।

तस्वीर आदित्य की पत्नी चारू की है। हादसे में चारू गंभीर रूप से घायल हैं। वह नोएडा में MNC कंपनी में जॉब करती हैं।
नोएडा में पत्नी के साथ रहता था इंजीनियर बेटा
झांसी के दीनदयाल नगर में रहने वाले रामकुमार भार्गव रेलवे में CTI थे। वे 31 दिसंबर 2014 को रिटायर हुए थे। उनका छोटा बेटा आदित्य भार्गव पत्नी चारू के साथ नोएडा में रहता था। दोनों नोएडा की एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे।
आदित्य एक MNC में इंजीनियर थे, जबकि पत्नी चारू सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। दोनों की शादी तीन साल पहले हुई थी। आदित्य का बड़े भाई शैलेंद्र घर पर ही रहते हैं। उनकी पत्नी को कैंसर है। बहन निधि भार्गव की शादी हो चुकी थी। आज हादसे में उनके पति की भी मौत हो गई।

तस्वीर आदित्य की है। 12 अप्रैल को नर्मदा नदी में डूबने से उनकी मौत हो गई थी।
ओंकारेश्वर में पत्नी के सामने डूब गया था बेटा
12 अप्रैल को आदित्य, पत्नी के साथ दर्शन करने उज्जैन के महाकाल मंदिर गए थे। वहां दर्शन-पूजन करने के बाद दोनों ओंकारेश्वर पहुंचे। देर शाम 8 बजे पति-पत्नी ब्रह्मपुरी घाट पर नर्मदा नदी में स्नान कर रहे थे। तभी आदित्य गहरे पानी में चले जाने से डूब गए। यह देखकर पत्नी चीखने लगी। आवाज सुनकर आसपास के लोग और गोताखोर पहुंचे। गोताखोरों ने आदित्य की तलाश की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला।
5वें दिन शव उतराकर नदी किनारे आ गया
गोताखोरों की टीम 4 दिन तक आदित्य की तलाश में लगी रही। पांचवें दिन यानी 16 अप्रैल को शव फूलकर पानी की सतह पर आ गया। इसके बाद परिजनों ने आदित्य के शव की शिनाख्त की। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। परिवार वाले 17 अप्रैल को शव लेकर झांसी पहुंचे और अंतिम संस्कार किया। 12 साल के भतीजे काश्विक ने आदित्य के शव को मुखाग्नि दी।

तस्वीर आदित्य के पिता रामकुमार भार्गव और मां कमलेश की है। रामकुमार रेलवे में CTI थे।
100 की स्पीड में डंपर में घुसी कार
पुलिस के मुताबिक, झांसी के दीनदयाल नगर निवासी आदित्य के पिता रामकुमार भार्गव, मां कमलेश, पत्नी चारू शुक्रवार देर रात अस्थियां विसर्जित करने के लिए प्रयागराज के लिए रवाना हुए। कार में आदित्य के जीजा पराग चौबे (50), भतीजा काश्विक और ड्राइवर शुभम (35) भी थे।
पुलिस के अनुसार, सुजानीपुर चौराहे के पास हाईवे पर सड़क किनारे एक डंपर खड़ा था। कार की स्पीड 100 से अधिक थी, इसलिए ड्राइवर कार को कंट्रोल नहीं कर पाया और हादसा हो गया। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन कार सवार अंदर ही फंसे हुए थे।

तस्वीर आदित्य के भतीजे की है। हादसे में गंभीर रूप से घायल है।
शीशा तोड़कर घायलों को बाहर निकाला
पुलिस और स्थानीय लोगों ने शीशा तोड़कर सभी घायलों को बाहर निकाला। सभी को मंडलीय अस्पताल, खागा ले जाया गया। यहां आदित्य के पिता, मां और रिश्तेदार शुभम (35) और पराग चौबे को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। आदित्य की पत्नी चारू और काश्विक का प्राइमरी इलाज करने के बाद डॉक्टरों जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
कार का अगला हिस्सा बुरी तरह डैमेज
टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार का अगला हिस्सा बुरी तरह से डैमेज हो गया। हादसे के बाद हाईवे पर जाम लग गया। पुलिस ने जेसीबी बुलकार को सड़क से हटवाया।
आखिरी में हादसे की 2 तस्वीरें-

हादसे के बाद सूचना पर पहुंचे लोगों ने शीशा तोड़कर लोगों को बाहर निकाला था।

हादसे में कार बुरी तरह से डैमेज हो गई।