दैनिक उजाला, सादाबाद : आगरा में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक डॉक्टर अभिषेक चौहान एमबीबीएस पर नर्सिंग छात्रा को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगा है। न्यायालय के आदेश पर आरोपी डॉक्टर पर मामला दर्ज किया गया है।
हाथरस की तहसील सादाबाद निवासी धर्मपाल सिंह की 23 वर्षीय बेटी शालू श्रीराम स्कूल ऑफ नर्सिंग सहपऊ हाथरस से जीएनएम का कोर्स कर रही थी। डॉ. अभिषेक चौहान भी उसे दौरान उक्त स्कूल में डॉक्टर के पद पर तैनात थे। उसके बाद उसने अपने आगरा कालिंदी बिहार स्थित अस्पताल खोला जिसमें शालू को 10 हजार रुपये मासिक वेतन पर नौकरी दी।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
शालू आगरा में किराए के कमरे में रहती थी। वह दिन में पढ़ाई और रात में नर्स की ड्यूटी करती थी। डॉक्टर ने शादी का वादा करके उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। दोनों छह महीने तक लिव-इन में रहे। डॉक्टर ने दिसंबर 2024 में शादी का आश्वासन दिया था।
छह सितंबर को दोपहर तीन बजे शालू की तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे आगरा ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मृत्यु हो गई। शालू के फोन से पता चला कि डॉक्टर ने उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया। मृत्यु से एक सप्ताह पहले शालू ने अपने पिता को बताया था कि डॉक्टर अब शादी से मुकर रहा है। उसने यह भी बताया कि डॉक्टर ने उसका शारीरिक और मानसिक शोषण किया है।