कानपुर : कानपुर में बारात में घोड़ी ने 6 साल के बच्चे को लात मार दी। सिर पर गंभीर चोट लगने से बच्चे की मौत हो गई। बारात निकलने से पहले दूल्हा मंदिर में दर्शन करने गया था। मंदिर के बाहर घोड़ी संकरी गली में बैंड-बाजे पर नाच रही थी, तभी बगल से बच्चा गुजरा, घोड़ी ने उसे लात मार दी।
बच्चा घर की सीढ़ी से जाकर टकरा गया। सिर पर चोट लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। घरवाले उसे अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरो ने मासूम को मृत घोषित कर दिया। आज बच्चे का अंतिम संस्कार होगा।
घटना 2 दिन पुरानी है। वीडियो आज सामने आया है। फिलहाल, परिवार की तरफ से थाने में शिकायत नहीं दी गई। इस वजह से पुलिस कार्रवाई से बच रही है।
घटना की 2 तस्वीरें देखिए…
कानपुर में बारात निकलने से पहले गली में नाच रही घोड़ी।
बगल से गुजर रहे बच्चे को घोड़ी ने लात मारी।
अब जानिए पूरा मामला
हनुमंत विहार ठाकुर चौराहा निवासी सुरेश चंद्र गुप्ता ई-रिक्शा चालक हैं। सुरेश ने बताया- रविवार को इलाके में रहने वाले एक बाजपेई परिवार में शादी थी। उनके बेटे की बारात जाने से पहले मेरे घर के पास मंदिर में दूल्हा घोड़ी पर बैठकर परिवार के साथ पूजा करने आया था।
इस दौरान मेरा 6 साल का बेटा कृष्णा मंदिर के पास से गुजर रहा था। इस दौरान घोड़ी ने पीछे से गुजर रहे कृष्णा को लात मार दी। इससे कृष्णा गंभीर रूप से घायल हो गया। मोहल्ले व परिवार के लोग पहले कर्रही के एक निजी अस्पताल में ले गए।
जहां पर हालत गंभीर होने के चलते साकेत नगर के एक निजी अस्पताल और फिर वहां से रीजेंसी गोविंद नगर और फिर सर्वोदय नगर रीजेंसी रेफर किया गया। सोमवार दोपहर को बच्चे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
मामले की जानकारी मिलते ही हनुमंत विहार थाना प्रभारी उदय सिंह मौके पर पहुंचे। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पूरा घटनाक्रम दिखा। बच्चे के पिता सुरेश चंद्र ने किसी भी तरह की कार्रवाई से इनकार कर दिया।
मृतक कृष्णा का फाइल फोटो।
मां बोली- मेरे कलेजे के टुकड़े को क्यों छीन लिया
बच्चे की मौत के बाद स्वाति गुप्ता मां का रो-रोकर बुरा हाल है। मां ने रोते हुए कहा-मेरे कलेजे के टुकड़े को क्यों छीन लिया, मेरी क्या गलती थी…मुझे उठा लेते भगवान, मेरे बच्चे से क्या गलती हुई जो उसे मुझसे छीन लिया। 12 साल बाद फूल सी औलाद देकर मुझसे क्यो छीन लिया। स्वाति गुप्ता बार-बार यही कहते हुए अचेत हो जा रही हैं। मां रोते हुए हाथ जोड़कर कहा- अब मेरे बच्चे को छोड़ दो, हमें पोस्टमॉर्टम नहीं कराना है। मेरे बच्चे के शरीर की चीर-फाड़ नहीं करानी है। फूल सा बच्चा है, हम उसे नहीं देंगे। इसके बाद हनुमंत विहार एसओ उदय सिंह ने फोर्स के साथ वापस लौट गए।
थाना प्रभारी ने बताया कि जांच के दौरान सीसीटीवी मिला है। घोड़ी वाला बैंड बाजे की धुन पर घोड़ी को नचा रहा था, इस दौरान घोड़ी के लात मारने से पूरा हादसा हुआ है। अगर परिवार तहरीर देगा ताे मामले में एक्शन लेंगे।
बच्चे की मौत के बाद रात में बैठे परिजन।
जबरन नचा रहा था घोड़ी हनुमंत विहार के ठाकुर चौराहा पर रहने वाले बाजपेई परिवार में बेटे की शादी थी। बारात निकलने से पहले दूल्हा परिवार के साथ पड़ोस में स्थित मंदिर में पूजा कर रहा था।
बाहर बैंड-बाजे की धुन पर परिवार के लोग नाच-गा रहे थे, इधर घोड़ी लेकर आया युवक भी घोड़ी को नचा रहा था। संकरी गली और बैंड बाजे का शोर से घोड़ी भड़क गई और लात मार दी। इसी दौरान पीछे से गुजर रहे 6 साल के बच्चे कृष्णा को चोट लग गई।