कुशीनगर : अमेरिका के कैलिफोर्निया की रहने वाली थूई वो और कुशीनगर के किशन निषाद शादी के बंधन में बंध गए। रविवार रात दोनों ने एक-दूसरे को जयमाल पहनाया और सात फेरे लिए। दोनों की मुलाकात सोशल मीडिया पर लॉकडाउन के दौरान साल 2021 में हुई। फिर उनके बीच बातचीत शुरू हो गई।

इसी दौरान दोनों को प्यार हो गया। कोरोना के बाद 2021 में ही किशन से मिलने थूई भारत आई। दिल्ली में दोनों की मुलाकात हुई। फिर दोनों ने शादी करने का फैसला किया। इस शादी को दोनों के परिवार वालों ने भी मंजूरी दे दी।

पहले 3 तस्वीरें

जयमाल डालने के बाद एक-दूसरे को अंगूठी पहनाते दूल्हा-दुल्हन।

जयमाल डालने के बाद एक-दूसरे को अंगूठी पहनाते दूल्हा-दुल्हन।

इस दौरान परिवार वालों ने दूल्हा-दुल्हन के साथ फोटो खिंचवाई।

इस दौरान परिवार वालों ने दूल्हा-दुल्हन के साथ फोटो खिंचवाई।

कुशीनगर में रविवार को थूई वो और किशन की शादी हुई।

कुशीनगर में रविवार को थूई वो और किशन की शादी हुई।

फेसबुक से हुई दोनों की मुलाकात किशन कुशीनगर के पिडरा घूर दास गांव में रहता है। वह अभी बीकॉम कर रहा है। उसने बताया कि कोरोना काल के समय फेसबुक से थूई वो से जान-पहचान हुई। एक-दो गेम खेलने के बाद हमारे बीच बातचीत शुरू हो गई। फिर वॉट्सऐप पर होने लगी। धीरे-धीरे हमें एक-दूसरे से प्यार हो गया। फिर हमने मिलने का फैसला किया। थूई अमेरिका में डिजाइनर है और उसकी मंथली सैलरी 9 हजार डॉलर (7 लाख 80 हजार रुपए) है।

2021 में पहली बार भारत आई थूई वो किशन ने बताया- कोरोना के बाद हालात सामान्य हुए तो साल 2021 में थूई वो पहली बार भारत आई। दिल्ली में हम दोनों की मुलाकात हुई। इसके बाद कुछ दिन बाद थूई वापस चली गई। लेकिन, हमारी बातचीत होती रही। फिर हमने शादी करने का फैसला किया। इसके लिए दोनों परिवार से सहमति लेना चाहते थे।

खूब सजावट की गई है। शादी की सारी तैयारियां की गईं।

खूब सजावट की गई है। शादी की सारी तैयारियां की गईं।

2023 में थूई किशन के गांव आई

किशन ने बताया- दूसरी बार थूई 2023 में दीवाली के मौके पर भारत आई। उसके साथ उसका एक दोस्त भी था। फिर वह मेरे गांव आई। यहां पर सबसे मिली। भारतीय रीति-रिवाजों को करीब से जाना। मेरे परिवार के बारे में भी जाना, सबसे बात की। शादी की बात सबसे बताई तो सब राजी हो गए।

इसके बाद थूई के साथ मैं उसके पिता के पास वियतनाम गया। थूई के माता-पिता वियतनाम में रहते हैं। जहां उसने अपने पिता से हम दोनों के बारे में बताया। उसके पिता भी शादी के लिए राजी हो गए। फिर मैं इंडिया वापस आ गया। वीजा समय से न मिल पाने की वजह से थूई के माता-पिता इस शादी में शामिल होने नहीं आ पाए हैं।

थूई बोली- भारतीय संस्कृति बहुत अच्छी है।

थूई बोली- भारतीय संस्कृति बहुत अच्छी है।

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