दैनिक उजाला, मथुरा : मथुरा में दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर भीषण सड़क हादसा हो गया। रविवार सुबह डीसीएम और ईंटों से भरे ट्रैक्टर-ट्राली में जबरदस्त भिड़ंत हो गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल को उपचार के लिए अस्पताल भेजा है। साथ ही मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और हादसे की जांच में जुट गई है। हादसे की वजह DCM ड्राइवर को नींद की झपकी आना बताया जा रहा है।
डीसीएम जिससे टक्कर हुई।
आगरा-दिल्ली नेशनल हाईवे पर हादसा
मथुरा के छाता कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आगरा-दिल्ली नेशनल हाईवे पर छाता शुगर मिल के समीप सुबह करीब 6:30 बजे एक दर्दनाक हादसा हो गया। ईटों से भरे ट्रैक्टर-ट्राली को एक तेज रफ्तार डीसीएम ने टक्कर मार दी। इस हादसे की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग भी घटना स्थल की ओर दौड़ गए और बचाव कार्य में जुट गए।
हादसे की सूचना पर छाता कोतवाली प्रभारी संजय कुमार त्यागी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा। पुलिस ने मृतक व्यक्तियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
हादसे का शिकार ट्रैक्टर-ट्रॉली।
तीन लोगों की हादसे में गई जान
थाना प्रभारी ने बताया कि ईटों से भरे ट्रैक्टर और डीसीएम की टक्कर हुई है, जिसमें ट्रैक्टर पर बैठे पूरन सिंह की उपचार ले जाते समय मौत हो गई। जबकि उमेश निवासी सहार थाना बरसाना, डीसीएम चालक प्रिंस पुत्र राजकुमार निवासी आजमगढ़ की मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं धर्मेंद्र यादव निवासी दिल्ली गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसे उपचार के लिए केडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। थाना प्रभारी ने कहा कि मृतक व्यक्तियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घायल का उपचार अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस ने बताया गया कि हादसे की वजह डीसीएम ड्राइवर को नींद की झपकी आना बताया जा रहा है। हादसे में मृतक और घायल व्यक्तियों के परिजनों को घटना की जानकारी दी गई है।
आधा घंटे तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगा जाम
दुर्घटना के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर आधा घंटे तक वाहनों का आवागमन एकदम बंद हो गया। कैंटर ने इतनी जोर से ट्रैक्टर-ट्राली में टक्कर मारी थी कि चालक और परिचालक दोनों ट्रैक्टर से काफी दूर जाकर गिरे और ट्रॉली में भरी ईंट हाईवे पर फैल गई।
पुलिस और एनएचएआई की टीम ने राष्ट्रीय राजमार्ग से ईंटों को हटाया। इस दौरान करीब आधा घंटे तक हाईवे पर जाम लगा रहा। पुलिस ने क्रेन की मदद से ट्रैक्टर-ट्राली और कैंटर को हाईवे किनारे कराया। तब जाकर वाहनों का आवागमन सुचारू हो सका।
जोरदार आवाज से सिहर गए आसपास के लोग
छाता शुगर मिल के सामने जब कैंटर ने ट्रैक्टर ट्रॉली में टक्कर मारी तो इतनी जोर की आवाज हुई कि हाईवे किनारे चाय की दुकान पर खड़े लोग सिहर गए। टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि कई लोगों के हाथ से चाय का गिलास तक छूटकर जमीन पर गिर गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जोरदार आवाज के बाद मौके पर लोग पहुंचे तो वहां ईंट बिखरी पड़ी थी, वहीं ट्रैक्टर चालक, परिचालक सड़क पर गिरे पड़े थे। जबकि कैंटर का चालक और परिचालक गाड़ी के अंदर ही थे। पुलिस ने उन्हें स्थानीय लोगों की मदद से मुश्किल बाहर निकाला।