लखनऊ : जलते छप्पर से स्कूल बैग सीने से लगाकर भागने वाली बच्ची अनन्या को अखिलेश यादव ने एक लाख रुपए दिए। वह बच्ची की पोस्ट ग्रेजुएशन तक पढ़ाई का खर्चा उठाएंगे। शनिवार को अखिलेश ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें अनन्या और उसका परिवार भी मौजूद था।
अंबेडकर नगर में 21 मार्च को बुलडोजर एक्शन और आग के बीच अनन्या का वीडियो सामने आया था। इसमें वह जलते छप्पर के बीच से अपना स्कूल बैग उठाती है और उसे सीने में लगाकर भागती हुई दिख रही है। सुप्रीम कोर्ट भी अनन्या के इस वीडियो का जिक्र कर चुका है। यूपी में बुलडोजर एक्शन से जुड़ी एक याचिका की सुनवाई के दौरान जस्टिस उज्जल भुइयां ने कहा था-
अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान एक तरफ झोपड़ियों पर बुलडोजर चलाया जा रहा था तो दूसरी तरफ एक 8 साल की बच्ची अपनी किताब लेकर भाग रही थी। इस तस्वीर ने अंतरात्मा को झकझोर दिया।

अंबेडकर नगर में 21 मार्च को बुलडोजर एक्शन और आग के बीच अनन्या का वीडियो सामने आया था।
अनन्या का पूरा मामला पढ़िए…
21 मार्च को अंबेडकरनगर के अजईपुर गांव में राजस्व विभाग की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। यहां सरकारी जमीन पर कुछ लोगों ने झोपड़ीनुमा घर बना रखे थे। टीम ने बुलडोजर से अतिक्रमण हटाना शुरू किया। गांव में रहने वाले राम मिलन ने भी यहां गोशाला बना रखी थी। टीम बुलडोजर से गोशाला को गिराने लगी तभी छप्पर में आग लग गई।
इस दौरान वहां मौजूद कक्षा एक में पढ़ने वाली अनन्या को याद आया कि उसका स्कूल का बैग झोपड़ी के अंदर है। बच्ची तुरंत जलते छप्पर की तरफ भागी और अंदर जाकर अपना स्कूल बैग लेकर बाहर आई। बच्ची जब यह सब कर रही थी तो पुलिसवाले भी मौजूद थे।

अखिलेश ने बच्ची अनन्या को स्कूल बैग गिफ्ट किया।
अब अखिलेश की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ी बातें…
भाजपा का 80-20 का नारा भी नहीं चल रहा
अखिलेश ने कहा- भाजपा मान गई है कि उनका 80-20 का नारा भी नहीं चल रहा है। मैं पूछना चाहता हूं कि हम लोग 80 में आते हैं कि 20 में आते हैं। अब 80-20 नहीं, 90-10 का मामला आ गया है। अब वह (भाजपा) सिर्फ 10 में बची है। यूपी में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। पुलिस फिरौती के लिए अपहरण कर रही है। सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति ध्वस्त हो गई है। इतनी भ्रष्ट सरकार कभी किसी ने नहीं देखी। जो लोग निवेश लाना चाहते थे वो विनाश ले आए।
सीएम आवास में छिपा है IAS अफसर
एक IAS अधिकारी का दलाल पकड़ा गया। बंटवारे को लेकर झगड़ा हो गया था, इस वजह से पोल खुल गई। वह अफसर मुख्यमंत्री आवास में छिपा हुआ है। जो लोग पाताल से ढूंढ लाने का दावा करते थे, वह सीएम आवास में नहीं ढूंढ पा रहे। अखिलेश का इशारा रिश्वत मामले में सस्पेंड हुए आईएएस अभिषेक प्रकाश की तरफ रहा है।
परिवारों को काले धन से संतुष्ट किया जा रहा
बीजेपी के लोग ही बीजेपी से नाराज हैं। जो लोग राशन पा रहे हैं। सरकार उनकी प्रति व्यक्ति आय नहीं बता रही है। यही नहीं, आंकड़े गिनाने में माहिर सरकार महाकुंभ आने-जाने में कितने श्रद्धालुओं की जान चली गई। उनकी गिनती भी नहीं बता रही है। जो लोग महाकुंभ में खो गए। उनके बारे में नहीं बताया जा रहा है। सुनने में आ रहा है कि परिवारों को संतुष्ट करने के लिए काले धन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
सबसे ज्यादा भू-माफियागिरी गोरखपुर और अयोध्या में
अखिलेश ने कहा- सबसे बड़ी भूमाफिया पार्टी भाजपा है। भाजपा से ज्यादा जमीन किसी ने नहीं हड़पी। केवल गोरखपुर, अयोध्या, कानपुर और लखनऊ के रजिस्ट्री की जांच कर लें। यहां सरकारी जमीन तालाब और भी कई चीजें कई तरीके से छीनी गई हैं।
गोरखपुर में आज जमीन को लेकर गोली चली है। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने न जाने कितनी बार बुलडोजर को अमानवीय कहा है। सबसे ज्यादा भूमाफियागिरी गोरखपुर और अयोध्या में हुई है।