- संभल में 1947 से अबतक 209 हिंदुओं की हत्या:किसी ने 2 शब्द नहीं कहे, हाल में मारे गए लोगों पर आंसू बहा रहे
लखनऊ : यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र का पहला दिन है। संभल हिंसा पर सीएम योगी ने विपक्ष पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा- संभल में 1947 से अब तक हुए दंगे में 209 हिंदू मारे गए हैं। लेकिन, किसी ने एक बार भी उन निर्दोष लोगों के लिए संवदेना व्यक्त नहीं की। ये लोग आज संभल पर आंसू बहा रहे हैं। ये लोग सौहार्द की बात कर करते हैं। शर्म आनी चाहिए। योगी ने कहा-भारत में राम-कृष्ण और बुद्ध की परंपरा रहेगी। बाबर और औरगंजेब की नहीं रहेगी।
इससे पहले, सपा की बागी विधायक पल्लवी पटेल और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की तीखी बहस हुई। पल्लवी पटेल ने कहा- मैं यहां से चली जाऊंगा। जवाब में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि चली जाइए। इनका कुछ भी लिखा नहीं जाएगा। न ही माइक चालू होगा। इसके बाद पल्लवी सदन छोड़कर चली गईं। अब चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास अकेले धरने पर बैठ गई हैं।
इससे पहले, सपा विधायक वेल तक पहुंच गए थे। यह देखकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना अपनी सीट छोड़कर खड़े हो गए थे। उन्होंने काफी देर तक सपा विधायकों को समझाया, लेकिन वे अपनी सीट पर नहीं लौटे। इसके बाद महाना ने गुस्से में हेडफोन फेंक दिया था।
कल मैं कहूंगा मुझे अल्लाहो अकबर का स्लोगन अच्छा नहीं लगता
सीएम ने कहा- कल मैं कहूंगा कि मुझे अल्लाहो अकबर का स्लोगन अच्छा नहीं लगता है तो आपको कैसे लगेगा? इस पर सदन में हंगामा शुरू हो गया है।
योगी ने कहा कि मैं राधे–राधे कहकर जिंदगी काट सकता हूं। क्या कांवड़ यात्रा में अश्लील गाने बचते हैं, नहीं वहां पर शिव के भजन होते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ने समान नागरिकता संहिता को लेकर बात कही तो आप उनके खिलाफ महाभियोग चलाने का आवेदन दे दिया।
राज्यसभा के सभापति के खिलाफ भी आप अविश्वास प्रस्ताव ले आए। आपको लगता है कि एक किसान का बेटा यहां कैसे पहुंच गया। आप चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हैं।
मूल संविधान में धर्म निरपेक्ष, पंथ निरपेक्ष और समाजवाद शब्द नहीं
संविधान की प्रस्तावन को एक बार पढ़िए। इसमें आपको राम, कृष्ण, बजरंगबली और बुद्ध भी नजर आएंगे। भारत के समृद्धि परंपरा का दर्शन मिलेगा। बाबा साहेब के मूल संविधान में कहीं भी धर्म निरपेक्ष, पंथ निरपेक्ष और समाजवाद शब्द नहीं है। ये आप सबकी आंखों को खोलने वाला होना चाहिए।
आप लोग संविधान में बदलाव की बात करते हैं। जिन्होंने संविधान का गला घोंटा। उनका पीछ लग्गू बनकर सत्ता हथियाना चाहते हैं। जनता की आंख में धूल देखना चाहते हैं। ये देश आपको नहीं करना देगा।
भगवान कृष्ण ने कहा था- परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे-युगे। हम तो भगवान राम और कृष्ण को मानते हैं। बुद्ध पर विश्वास करते हैं।
सीएम ने पूछा- ये पत्थरबाज कौन हैं
संभल में 1978 से मंदिर को इन लोगों ने मंदिर को खोलने नहीं दिया। 22 कुओं को बंद किया। वहां का माहौल तनावपूर्ण किसने बनाया है। ये पत्थरबाज कौन हैं? बिना साक्ष्य के एक भी गिरफ्तारी नहीं होगी। याद रखना जिसने पत्थरबाजी की होगी, उसमें से एक भी बचेगा नहीं।
किसी निर्दोष से कार्रवाई नहीं, दंगाई और पत्थरबाजों को नहीं छोड़ेंगे
सीएम ने कहा कि प्रदेश की सुरक्षा की हमारी जिम्मेदारी है। हम पत्थरबाजी, कानून व्यवस्था को तोड़ने वाले नहीं छोड़ेंगे। हम आश्वसत करते हैं कि किसी निर्दोष पर कार्रवाई नहीं होगी। कट्टा चलाने वाले, पत्थरबाजी करने वाले और कोर्ट के आदेश का पालने नहीं करने वाले पर कार्रवाई करेंगे।
अल्लाम इकबाल पर भी सीएम ने तंज कसा
मुख्यमंत्री ने अल्लाम इकबाल की 1910 में तराना-ए-मिल्ली की कविता ‘मुस्लिम हैं हम, वतन है सारा जहां हमारा’ पढ़ा। इसके बाद कहा कि क्या ये शिक्षक हो सकते हैं? इनसे सीखने वाले क्या करेंगे?
योगी ने विधानसभा में कहा–न बटेंगे और न कटेंगे
बहराइच का दंगा, महराजगंज का दंगा। वहां दंगा सड़क पर नहीं हो रहा था। घर से गोली चल रही थी। जिस राम गोपाल मिश्रा की हत्या हुई थी, वह घर के अंदर हुई थी। पुलिस अगर घर के अंदर घुसती तो कोई और बात कही जाती। वहां 4–4 कंपनियां पुलिस की थी। मैंने विधायक से कहा था कि तुम्हारे क्षेत्र में दंगा हुआ है, वहां पर देखो। इन्होंने जो तहरीर दी गई वह दूसरे मामले में दी थी, जिसे तोड़ मरोड़कर बताया जा रहा है।
सीएम ने कहा कि मुस्लिम का जुलूस हिंदू मोहल्ले और मंदिर से निकल सकता है, लेकिन हिंदू की शोभायात्रा क्यों नहीं निकल सकती। आपके संभल में सुन्नी और शिया के बीच विवाद हुआ था। जमा मस्जिद को ही लेकर। यह विवाद भाजपा शासन में ही दूर हुआ। अब हिंदुओं के साथ वहां हो रहा है। इसलिए कहा है कि हम न बंटेंगे और न कटेंगे।
संभल में जुमे की नमाज के बाद तकरीरें दी गईं, तभी माहौल खराब हुआ
संभल में 24 नवंबर को सर्वे का कार्य चल रहा है। 23 नवंबर को जुमे की नमाज के पहले और जुमे की नमाज के बाद जिस प्रकार की तकरीरें दी गईं।
उन तकरीरों के बाद माहौल खराब हुआ। हमारी सरकार ने पहले ही कहा कि ज्यूडिशल कमीशन बनाएंगे। सदन में उसकी रिपोर्ट भी आएगी। दूध का दूध और पानी का पानी होगा।
योगी ने कहा- बाबरनामा एक बार जरूर पढ़िए। संभल की घटना के साथ–साथ प्रदेश के अलग–अलग समय में हुए हैं। 1972 में आगरा में दंगा हुआ। आजमगढ़ में 1972 में दंगा हुआ 3 मरे थे। बहराइच में 1972 दंगा हुआ था 3 की मौत हुई। अलीगढ़ में 1978 में दंगा हुआ, जिसमें 21 लोगों की मौत हुई।
योगी ने पूरे प्रदेश के दंगों को गिनाया। कहा- इन दंगों की वजह से प्रदेश का माहौल खराब हुआ है। अब प्रदेश में लोगों को कानून पर भरोसा है। यही वजह है कि 40 लाख करोड़ रुपए का निवेश प्राप्त हुआ है।
हमारा पर्व और त्योहार है। किसी का होगा। मुस्लिम समाज का जुलूस मंदिर के सामने से निकल जाता है। कोई समस्या नहीं होती है। हिंदू समाज की शोभायात्रा मस्जिद के सामने से निकलता है तो दिक्कत क्यों होती है? आखिर दंगे क्यों होते हैं?