- देश में आम चुनाव अब तक विषय पर हुई परिचर्चा
दैनिक उजाला, मथुरा : लोकसभा चुनाव 2024 में मतदान में आई गिरावट गंभीर चिंता का विषय है। मतदान को लेकर जनता की यह उदासीनता राजनीतिक दलों के प्रति घटते विश्वास और गंभीर नाराजगी का संदेश है फिर भी भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र का बुनियादी स्वरूप सर्वाधिक मजबूत है, इसीलिए जनता ही इसका समाधान भी है।
यह विचार रविवार को जन सांस्कृतिक मंच द्वारा दीपक गोयल की अध्यक्षता में देश में आम चुनाव अब तक विषय पर आयोजित परिचर्चा में वक्तताओं ने व्यक्त किए।
परिचर्चा को आगे बढ़ाते हुए वक्तताओं ने कहा कि इस बार चुनाव में पक्ष-विपक्ष दोनों ही मुद्दा आधारित एजेंडा तय करने में विफल नजर आ रहे हैं। चुनाव स्थानीय मुद्दे व प्रतिनिधि से जुड़ता नजर आया, जिसका ही नतीजा मतदान का घटना है।
परिचर्चा में प्रमुख रूप से विचार व्यक्त करने वालों में बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के पूर्व डायरेक्टर डॉ. हरवंश चतुर्वेदी, समाजसेवी उद्योपति पवन चतुर्वेदी, डॉ. आरके चतुर्वेदी, मंच अध्यक्ष के डॉ. अशोक बंसल, लक्ष्मण दादा, मुरारी लाल, रवि प्रकाश भारद्वाज, पत्रकार विवेक मथुरिया, मुनीश भार्गव, प्रीति अग्रवाल, अलका चतुर्वेदी, साधना भार्गव, राकेश भार्गव, रेखा सक्सेना, शशि बंसल आदि उपस्थित रहे।
परिचर्चा का संचालन मंच के सचिव डॉ. धर्मराज ने और आभार प्रीति अग्रवाल ने व्यक्त किया।