- UP-छत्तीसगढ़ समेत 19 राज्यों में आंधी-बारिश की चेतावनी
नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के चलते गुरुवार को कई जगह लैंडस्लाइड और मडस्लाइड हुई है। रामबन में जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे (NH-44) पर कीचड़ जमा होने से ट्रैफिक बंद कर दिया गया है।
ट्रैफिक डिपार्टमेंट के मुताबिक सड़क सुबह 7.30 बजे से बंद है। कई वाहन कीचड़ में फंसे हुए हैं, उन्हें निकाला जा रहा है। भारी बारिश के चलते चिनाब नदी पर रामबन में बने बगलिहार डैम के दो और रियासी में सलाल डैम का एक गेट खोल दिया गया है। दोनों डैम पहलगाम हमले के बाद बंद कर दिए गए थे।
मौसम विभाग ने 11 मई तक केंद्र शासित प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाएं चलने का अनुमान लगाया है। कुछ इलाकों में भारी बारिश से भूस्खलन और मडस्लाइड की आशंका है।
इसके अलावा विभाग ने आज UP-छत्तीसगढ़ समेत 19 राज्यों में आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की है। मध्यप्रदेश और राजस्थान के 22-22 जिलों में बारिश का अनुमान है। MP के छह जिलों में ओले गिरने का अनुमान है।
IMD ने 10 मई तक पूर्वी भारत यानी बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तापमान 3 से 5 डिग्री तक बढ़ने का अनुमान लगाया है। वहीं हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में 15 मई तक इतना ही तापमान बढ़ सकता है।
बीते दिन MP, UP, बिहार समेत कई राज्यों में बारिश और हवाओं के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई। कुछ इलाकों में तापमान 35 डिग्री से नीचे आ गया है।
जम्मू-कश्मीर से मौसम की तस्वीरें…

कीचड़ में फंसे वाहनों को निकालने का काम जारी है।

भारी बारिश के चलते कई इलाकों में लैंडस्लाइड हुई है।

बारिश की वजह से जिले में भारी मडस्लाइड हुई।

NH-44 कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली एकमात्र सड़क है। इसके चलते हाईवे पर जल्द से जल्द ट्रैफिक शुरू करने की कोशिश है।

हाईवे बंद होने से गाड़ियों का लंबा जाम लगा हुआ है।

NH-44 पर चंबा और सिरी के पास लैंडस्लाइड हुई।

भारी बारिश के चलते कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं।

जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में सुबह से ही बारिश हो रही है।

माता वैष्णो देवी धाम में बारिश की वजह से तीर्थयात्रियों को परेशानी हो रही है।

भारी बारिश के बाद रास्तों पर कीचड़ जमा होने से लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है।

चिनाब नदी पर बने बगलिहार डैम के 2 गेट खोल दिए गए हैं।

चिनाब नदी पर बने सलाल डैम का एक गेट खोल दिया गया है।
क्लाइमेट ट्रेंड की रिपोर्ट- वेस्टर्न डिस्टरबेंसेस का पैटर्न बदला
वेस्टर्न डिस्टरबेंस का पैटर्न बदलने से मौसम पर सबसे ज्यादा असर होने लगा है। हिमालय पर जनवरी-फरवरी में होने वाली बर्फबारी मार्च-अप्रैल में होने लगी है। दो साल से सबसे ज्यादा स्नोकवर मार्च में हो रहा है। इससे हीटवेव के दौर घट रहे हैं। यह जानकारी जलवायु परिवर्तन पर अध्ययन करने वाली संस्था क्लाइमेट ट्रेंड ने दी है।
सर्दियों में पश्चिम से आने वाले तूफानों को वेस्टर्न डिस्टरबेंस कहते हैं। कुछ साल पहले तक नवंबर से फरवरी के बीच सबसे ज्यादा डिस्टरबेंस आते थे। हालांकि, चार-पांच सालों में इनकी सक्रियता जनवरी-फरवरी में कम होकर मार्च-अप्रैल में बढ़ गई है।
अगले 3 दिन के मौसम का हाल
- 9 मई: पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली समेत पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में बारिश का अलर्ट है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में हीट वेव का अनुमान है।
- 10 मई: राजस्थान के कई जिलों में धूलभरी आंधी का अनुमान। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, आंध्र और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में बारिश का अलर्ट। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और नॉर्थ ईस्ट में अरुणाचल, असम, मेघालय के कुछ जिलों में बारिश का अनुमान है। वहीं सिक्किम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार और झारखंड में हीट वेव चलेगा।
- 11 मई: राजस्थान, बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, बिहार और झारखंड में उमस के साथ गर्मी बढ़ेगी। वहीं पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली के साथ दक्षिण राज्यों के आंध्र, तेलंगाना में बारिश का अलर्ट है।