नई दिल्ली : महाराष्ट्र की 288 और झारखंड की 81 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग बुधवार को पूरी हो गई। नतीजे तो 23 नवंबर को आएंगे, लेकिन उससे पहले आए एग्जिट पोल्स।

महाराष्ट्र में 11 एग्जिट पोल में से 6 में भाजपा गठबंधन यानी महायुति की सरकार बनने का अनुमान जताया गया है। बाकी 4 एग्जिट पोल्स में कांग्रेस गठबंधन यानी महाविकास अघाड़ी को बहुमत मिलने की बात कही गई है। एक में हंग एसेंबली है।

झारखंड में 8 एग्जिट पोल आए। इनमें से 4 में भाजपा गठबंधन, जबकि 2 में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने का अनुमान जताया गया है। बाकी 2 एग्जिट पोल्स ने हंग असेंबली के आसार जताए हैं।

महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव कार्यक्रम का ऐलान 15 अक्टूबर को हुआ था। झारखंड की 81 सीटों पर 2 फेज में वोटिंग हुई। पहले फेज में 13 नवंबर को 42 और दूसरे फेज में 20 नवंबर को 38 सीटों पर वोटिंग हुई। महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों पर सिंगल फेज में 20 अक्टूबर को ही वोटिंग हुई।

एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल में फर्क

ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल चुनावी सर्वे हैं। ओपिनियन पोल को चुनाव से पहले किया जाता है। इसके नतीजे भी चुनाव से पहले जारी होते हैं। इसमें सभी लोगों को शामिल किया जाता है। मतलब जरूरी नहीं कि सर्वे के सवालों का जवाब देने वाला मतदाता ही हो। इस सर्वे में अलग-अलग मुद्दों के आधार पर जनता के मूड का अनुमान लगाया जाता है।

एग्जिट पोल चुनाव के दौरान किया जाता है। इसके नतीजे सभी फेज के मतदान खत्म होने के बाद जारी किए जाते हैं। एग्जिट पोल एजेंसियों के अधिकारी वोटिंग के दिन मतदान केंद्रों पर मौजूद होते हैं। वे मतदान करने के बाद वोटर्स से चुनाव से जुड़े सवाल पूछते हैं।

वोटर्स के जवाब के आधार पर रिपोर्ट बनाई जाती है। रिपोर्ट का आकलन किया जाता है, जिससे पता चले कि वोटर्स का रुझान किस तरफ ज्यादा है। इसके बाद नतीजों का अनुमान लगाया जाता है।

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