नई दिल्ली : एनडीए उम्मीदवार ओम बिरला बुधवार को ध्वनिमत से लोकसभा के स्पीकर चुने गए। पीएम नरेंद्र मोदी और सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी उन्हें आसंदी तक छोड़ने आए। विपक्ष ने मतदान की मांग की थी। उनके उम्मीदवार के. सुरेश थे। प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने यह मांग खारिज कर दी।
पीएम मोदी ने बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा था। पीएम ने कहा- ओम बिरला का अनुभव देश के काम आएगा। राहुल गांधी ने कहा- मुझे विश्वास है कि आप विपक्ष की आवाज दबने नहीं देंगे।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- उम्मीद है कि विपक्ष की आवाज नहीं दबाई जाएगी। न ही निष्कासन जैसी कार्रवाई की जाएगी। आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता है, सत्ता पर भी रहे। आपके इशारे पर सदन चलता है, इसका उल्टा न हो।
सुप्रिया सूले बोलीं- कोविड में आपने जो काम किया, वो सराहनीय है। पांच साल में आपने बहुत अच्छा काम किया, लेकिन जब 150 लोग जब सस्पेंड हुए, तब सबको बहुत दुख हुआ। हम चाहते हैं कि सस्पेंशन न हो, सब मिलकर काम करें। बातचीत का ऑप्शन खुला रहे।
शिवसेना यूटीबी सांसद बोले- कई कानून तब पास हुए जब हम निष्कासित थे
शिवसेना यूटीबी सांसद अरविंद सावंत ने कहा- देश के कई कानून तब पास हुए जब हम निष्कासित थे। हम जो दीवारे खड़ी कर रहे हैं, ये दीवारे टूटनी चाहिए। मणिपुर केस होता है, किसी के आंसू नहीं निकलते। किसान आंदोलन करते हैं, किसी को तकलीफ नहीं होती। बेरोजगार सड़कों पर धूमते हैं, लेकिन किसी को दर्द नहीं होता।
अखिलेश बोले- निष्कासन की कार्रवाई इस बार न हो
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- आपके पास 5 साल का अनुभव है। वहीं आपको पुराने और नए सदन का अनुभव है। हमें उम्मीद है कि विपक्ष की आवाज न दबाई जाए। न ही निष्कासन जैसी कार्रवाई की जाए। आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता भी है। सत्ता पर भी है। आपके इशारे पर सदन चलता है, इसका उल्टा न हो।
राहुल गांधी ने कहा- हमें उम्मीद है कि आप विपक्ष की आवाज दबने नहीं देंगे
राहुल गांधी ने ओम बिरला को दोबारा स्पीकर चुने जाने पर बधाई दी। उन्होंने कहा- यह हाउस देश की जनता की आवाज है। सरकार के पास राजनीतिक ताकत है। लेकिन विपक्ष भी जनता की आवाज है। यह जरूरी है कि जनता के बीच विश्वास बना रहे। मुझे विश्वास है कि आप हमें अपनी आवाज उठाने का मौका देंगे। सवाल यह है कि जनता की कितनी आवाज को यहां मौका मिलता है।