- मुख्य अतिथि नीरज ने संस्था के वार्षिकोत्सव में इंटर स्कूली छात्रों को किया मोटीवेट
मथुरा : कठिन परिश्रम ही सफलता की एक कुंजी है। परिश्रम से मात्र एक सफलता ही नहीं मिलेगी, बल्कि छात्रों के वह सपने भी साकार होंगे जो उनके माता-पिता ने सोच रखे हैं। हर माता-पिता की इच्छा होती है कि बच्चा बड़ा होकर उनका नाम रोशन करे।
यह विचार जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर एवं मोटीवेशनल स्पीकर नीरज अग्रवाल ने मथुरा की सनराइज संस्था के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शामिल होकर छात्रों को मोटीवेट करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि संस्था कोई भी हो उसमें छोटा बड़ा नहीं देखा जाता। बीते वर्षों में सनराइज संस्था ने छात्रों के लिए क्या किया और उससे छात्र आज कहां तक पहुंचे हैं। यही संस्था की सफलताएं संस्था को छोटे और बड़े में आंकती हैं।
सफलता के लिए कड़े से कड़े परिश्रम की आवश्यकता होती है। परिश्रम ही सफलता की कुंजी कहलाती है। कोई छात्र-छात्रा यह सोचे की लक्ष्य प्राप्ति को कोई शाॅर्टकट रास्ता मिल जाये तो, वह उस लक्ष्य तक पहुंच जाये, लेकिन नहीं शाॅर्टकट कुछ नहीं होता, केवल रास्तों के अलावा। उन्होंने कहा कि शाॅर्टकट रास्ते बनाने और उन्हें तैयार करने में भी परिश्रम करना ही पड़ता है। सनराइज संस्था के पदाधिकारियों ने कड़ी मेहनत कर इतनी बड़ी संस्था तैयार कर दी कि यहां छोटे बच्चों से लेकर बड़े बच्चे भी शिक्षा हासिल कर रहे हैं। अपने वक्तव्य के दौरान नीरज ने कहा कि वह एक आशा और विश्वास के साथ कह सकते हैं कि सनराज संस्था अब एक बडे़ परिवार की जिम्मेदारियां बखूबी निभा रहा है। आज 25 वर्ष संस्था ने पूरे किए हैं और आगे भी सफलता के नए आयामों को छूते हुए एक लंबे समय तक जिम्मेदारियों का निर्वहन करेगी।
इसके पश्चात छात्रों ने 25 से अधिक मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। गणेश वंदना से कार्यक्रम की शुरूआत हुई। एनीमल स्किट और उरी सर्जिकल स्ट्राइक कार्यक्रम मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहे। महारास में छात्रों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। प्रस्तुति देने वाले छात्रों को मुख्य अतिथि और संस्था के पदाधिकारियों ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के निदेशक निशांत शर्मा, उपनिदेशक रिचा शर्मा, प्राचार्य डाॅ. विनय रावत, पवन कुमार भारद्वाज, तृप्ति चतुर्वेदी, निर्मल सिंह, गौरव सिसोदिया आदि विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन अंजलि सिंह एवं हेमलता प्रजापति ने किया।
कप्यूटर इंजीनियरिंग एंड एप्लीकेशन विभाग के प्रोफेसर डाॅ. हितेन्द्र गर्ग ने बताया कि जीएलए विश्वविद्यालय के सीईओ नीरज अग्रवाल के माध्यम से सनराज स्कूल के छात्र-छात्राओं को मोटीवेट किया गया है। अगर सफलता के इन गुणों को अपनाकर भी छात्र आगे बढ़ते हैं तो, सफलता अवश्य ही हाथ लगेगी।