दैनिक उजाला डेस्क, मथुरा : सब्जियों के ऊंचे दामों ने आमजन की मुश्किल को बढ़ा दिया है। बारिश से सब्जियों का उत्पादन 70 फीसदी तक घट गया है। इसका असर सब्जियों के दामों पर पड़ रहा है। कीमतें चारगुनी से भी ज्यादा हो गई है। बाजार में आलू, प्याज छोड़कर सभी हरी सब्जियों के दाम 60 पार चले गए हैं। टमाटर, अदरख और हरी मिर्च ने तो तेजी के सारे रिकॉर्ड ही तोड़ दिए हैं।
अधिकांश सब्जियां 50 से 60 रुपए किलो हैं, तो कुछ सब्जियां 100 से 200 सौ रुपए किलो तक भी मिल रही हैं। खास बात यह है कि आमतौर पर सब्जी के साथ यूं ही मिल जाने वाले हरे धनिया के दाम भी इन दिनों आसमान पर हैं, जिसके कारण सब्जी के साथ इन पर भी रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। लगभग हर सब्जी के साथ उपयोग होने वाले आलू के दाम जरूर राहत दे रहे हैं।
बाजार में इस बार आम आदमी टिंडा और भिंडी भी खाने की स्थिति में भी नहीं रह गया है। बाजार में टिंडा 100 रुपए किलो बिक रहा है, तो भिंडी 80 रुपए किलो बिक रही है। बाजार में फूल गोभी 140 रुपए किलो बिक रही है। ग्वार फली 100 रुपए किलो है। बैगन के दाम 65 रुपए किलो है। अरबी 60 रुपए किलों से अधिक दामों में बिक रही है। बाजार में बीस दिन पहले सब्जियों के दाम ठीक चल रहे थे। अचानक बेमौसम की बारिश होने से सब्जी की फसल खेतों में ही खराब हो गई।
सब्जी थोक विक्रेता संघ, मुहाना टर्मिनल मार्केट के अध्यक्ष राहुल तंवर का कहना है कि पानी बरसा तो भाव और बढ़ जाएंगे। बारिश की वजह से खेतों में पानी भर जाता है। सब्जियां खराब होने लगती हैं। किसान इन्हें तोड़ने खेतों में नहीं जाते। जो सब्जी आती हैं, वह महंगी होती हैं। अभी पैदावार भी कम है। ढाई महीने से अधिक समय से लगातार मानसून की बारिश ने टमाटर सहित अधिकांश फसलों को बुरी तरह प्रभावित किया है। उत्पादन में कुल मिलाकर 70 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। लेकिन, किसान शिकायत नहीं कर रहे हैं, क्योंकि सब्जी की कीमतें आसमान छू रही हैं और उन्हें सब्जियों के अच्छे दाम मिल रहे हैं। अगस्त के बाद कीमतें सामान्य हो जाएंगी।