लखनऊ : पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य (Jyoti Maurya) की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। उन पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच अब तेज हो गई है। ज्योति मौर्य पर उनके पति आलोक मौर्य (Alok Maurya) ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके बाद जांच कमेटी ने अब उन सभी जगहों से दस्तावेज मंगाए हैं जहां-जहां अब तक उनकी तैनाती रही है। जांच कमेटी इस बात की पड़ताल करेगी कि क्या यहां भी उन पर इस तरह को कोई आरोप लगे है या नहीं।
आलोक मौर्य ने अपनी पत्नी पर प्रयागराज में तैनाती के दौरान भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए थे. इस मामले में गुरुवार को आलोक मौर्य जांच कमेटी के सामने बयान दर्ज कराने के लिए पेश हुए, लेकिन इस दौरान वो पत्नी पर लगाए गए आरोपों का साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर सके। उन्होंने साक्ष्य देने के लिए समिति से 20 दिनों का समय मांगा है। जिसके बाद अब उन्हें 28 अगस्त को फिर से बयान देने के लिए बुलाया गया है। इस मामले में आगे की पूछताछ 28 अगस्त को ही होगी।
ज्योति मौर्य पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए प्रयागराज मंडल के एडिशनल कमिश्नर एडमिनिस्ट्रेशन अमृत लाल बिंद की अगुवाई में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। जांच समिति उस लाल डायरी को भी खोला जिसमें आलोक ने वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया है। आलोक का दावा है कि इस डायरी के पन्नों में हर महीने 5 लाख रुपये के हेर-फेर का लेखा-जोखा है।