- दक्षिणांचल एमडी तक पहुंची शिकायत, लेकिन एसई और एक्शियन के कान पर नहीं रेंगी जूं
- आखिर कार्यदायी संस्था के कर्मियों से कहने में क्यों डर रहे हैं विद्युत अधिकारी
दैनिक उजाला, बलदेव : कस्बा में आरडीएसएस योजना के अन्तर्गत चल रहे केबल कन्वर्जन कार्यों के लिए जारी करोड़ों रूपए विद्युत खंभों पर झूलते नजर आ रहे हैं, लेकिन एसई और एक्शियन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। जबकि यह मामला दक्षिणांचल एमडी तक पहुंच गया है। बावजूद अधिकारियों को कोई डर नहीं है। सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि अधिकारी निरीक्षण से क्यों बच रहे हैं। क्या कोई सांठगांठ है, जो खेल बिगाड़ देगी?
आरडीएसएस योजना के अन्तर्गत चल रहे कार्यों को लेकर कार्यदायी संस्था द्वारा जो लापरवाही बरती जा रही है वह आगे चलकर नगरवासियों के लिए परेशानी का सबब बनेगी। इसके बाद विद्युत समस्याएं पैदा होंगी। बावजूद इस पर अभी तक अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया है क्यों?
अधिकतर गली मौहल्लों में नए केबिलें झूल रही हैं। एक केबिल से दूसरी केबल सट रही है। लोगों का कहना है कि इससे बेहतर तो पहले जो केबल थी वही बेहतर थी। यह और ज्यादा परेशानी का सबब बनकर नगरवासियों के सामने खंभों पर झूल रही हैं।
यही नहीं नए खंभे जो लगाए गए हैं उनके गढ्ढों को भरने के लिए भी सीमेंट का ना मात्र प्रयोग किया गया है। अधिकतर बालू और गिट्टी का प्रयोग हुआ है। इस कारण नए खंभों के लंबे समय तक जमे रहने की कोई संभावना नहीं दिख रही है। यह सब हकीकत एमडी तक पहुंची है, लेकिन मथुरा जिले के विद्युत अधिकारी आंख मूंदकर बैठे हैं।
बलदेव विकास समिति के अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पांडेय कहते हैं कि कईयों एमडी तक को खबर दी गई है। बावजूद एसई और एक्शियन तक ने बलदेव नगर में झांकने तक की हिमाकत नहीं दिखाई है और न ही बलदेव वासियों को कोई संतुष्टी जनक जवाब दिया है।
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