तेहरान/तेल अवीव : ईरान और इजराइल के बीच जंग सातवें दिन में पहुंच गई है। इजराइली हैकर्स ने बुधवार देर रात ईरान की सरकारी IRIB टीवी समेत कई न्यूज चैनल हैक कर लिए। इस दौरान लोगों से विद्रोह की अपील की गई। इन हैकर्स ने 2022 के विरोध प्रदर्शन वाले वीडियो चलाए, जिनमें महिलाएं अपने बाल काट रही हैं।
दरअसल, 2022 में महसा अमीनी नाम की ईरानी महिला की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। महसा को गलत तरीके से हिजाब पहनने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान पर हमले की प्लानिंग को मंजूरी दे दी है। अब सिर्फ ट्रम्प के फाइनल आदेश का इंतजार है। द वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक हमले का आदेश देने से पहले यह देखना चाहते हैं कि क्या ईरान अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को छोड़ता है या नहीं।
बीते 6 दिनों में इस जंग में अब तक इजराइल के 24 लोग मारे गए हैं। वहीं, वॉशिंगटन स्थित एक ह्यूमन राइट्स ग्रुप ने दावा किया है कि ईरान में मौत का आंकड़ा अब 639 हो चुका है और 1329 लोग घायल हुए हैं।
तस्वीरें…

इजराइली डिफेंस सिस्टम आयरन डोम ईरानी मिसाइल हमले रोकते हुए।

इजराइली स्पेशल फोर्स के मेंबर ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल की जांच करते हुए। इस मिसाइल को बुधवार को इजराइल डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया था।

ईरानी हमले में परिवारजन की मौत पर दुख मनाती इजराइली महिला।

ईरान की राजधानी तेहरान में इजराइली हमले के बाद की तस्वीर।

भारत सरकार ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान में मौजूद भारतीय छात्र-छात्राओं को आर्मेनिया के रास्ते रेस्क्यू कर रही है। बुधवार को आर्मेनिया के ज्वार्टनोट्स इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मौजूद भारतीय छात्र।
इजराइल ने ईरान के दो शहरों को खाली करने की चेतावनी दी
इजराइली सेना (IDF) ने ईरान के दो शहरों अराक और खोंडब के लोगों को इलाका खाली करने की चेतावनी दी है। खोंडब शहर के पास एक हेवी वाटर न्यूक्लियर रिएक्टर है, जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम का अहम हिस्सा माना जाता है।
IDF ने फारसी भाषा में बयान जारी कर बताया कि वे इस इलाके में ईरान की सैन्य गतिविधियों को निशाना बना रहे हैं। हेवी वाटर का इस्तेमाल रिएक्टर को ठंडा रखने के लिए किया जाता है, लेकिन इससे प्लूटोनियम भी बनता है, जिसे परमाणु हथियारों में इस्तेमाल किया जा सकता है।
2015 में ईरान ने एक परमाणु समझौते में ये वादा किया था कि वह इस रिएक्टर को इस तरह बदलेगा जिससे हथियार बनाने की संभावना कम हो। ब्रिटेन उस बदलाव में ईरान की मदद कर रहा था, लेकिन अमेरिका ने 2018 में इस समझौते से खुद को अलग कर लिया था।
2019 में ईरान ने रिएक्टर का एक हिस्सा शुरू किया था, जो उस समय समझौते का उल्लंघन नहीं माना गया। हालांकि अब इस पूरे मामले पर अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ गई है।
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी IAEA ने बताया कि उसने 14 मई को आखिरी बार अराक की जांच की थी, लेकिन अब ईरान ने जांचकर्ताओं की पहुंच सीमित कर दी है, जिससे यह पता लगाना मुश्किल हो गया है कि ईरान इस समय कितना भारी पानी बना और जमा कर रहा है।