- महाराष्ट्र के नागपुर में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद हालात तनावपूर्ण है, शहर में भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है और आरोपियों पर कार्रवाई जारी
नागपुर : महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है। महल इलाके में एक पक्ष द्वारा बड़े स्तर पर हिंसा को अंजाम दिया गया है। इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं और कई क्षेत्रों में कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है। पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार भी कर रही है।
हमें इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए- सचिन अहीर
नागपुर हिंसा पर शिवसेना यूबीटी नेता सचिन अहीर ने कहा, “हमें इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। दोषियों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। इस तरह के मुद्दे (औरंगजेब) को भड़काने की क्या जरूरत है?”
विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन
भाजपा और शिवसेना के नेताओं ने संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया
विपक्ष औरंगजेबी सोच को बार-बार जीवित करती है- दिनेश शर्मा
नागपुर हिंसा पर भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, “इस घटना को मैं अच्छा नहीं मानता हूं क्योंकि देश में औरंगजेबी सोच वैसे भी समाप्त रही है लेकिन विपक्ष औरंगजेबी सोच को बार-बार जीवित करती है। मैं समझता हूं कि कांग्रेस को औरंगजेब के जिन से बचना चाहिए और औरंगजेबी सोच की जगह पर अब्दुल कलाम जी की सोच लाए या कोई और सोच लाए तो ज्यादा बेहतर होगा।”
यह घटना एक सुनियोजित घटना है- भाजपा सांसद धनंजय महादिक
नागपुर हिंसा पर भाजपा सांसद धनंजय महादिक ने कहा, “… यह घटना एक सुनियोजित घटना है… राजनीति से प्रेरित लोग जिन्हें मुसलमानों के कल्याण की चिंता नहीं है, उन्होंने अपने निजी हितों के लिए ऐसा किया है… लेकिन हमारे सीएम देवेंद्र फडणवीस और गृह मंत्री अमित शाह जानते हैं कि ऐसी स्थितियों से कैसे निपटना है… राजनीतिक लाभ के लिए ऐसी घटनाएं आजादी से पहले और बाद में भी होती रही हैं। एक आम मुसलमान व्यक्ति ऐसी गतिविधियों में शामिल नहीं होता…”
50 से ज़्यादा हिरासत में, 33 पुलिसकर्मी घायल
नागपुर के पुलिस कमिश्नर डॉ. रविंदर सिंघल ने कहा, “नागपुर में स्थिति नियंत्रण में है और शांतिपूर्ण है। 50 से ज़्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। हम उन लोगों की पहचान कर रहे हैं जिन्होंने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाया। घटना में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस ने अच्छा काम किया है। जिन लोगों की पहचान की जा रही है, उन सभी के खिलाफ़ कार्रवाई की जाएगी। कानून तोड़ने वालों के खिलाफ़ सभी संबंधित धाराएँ लगाई जाएँगी। नागपुर में पुलिस और सुरक्षा बल तैनात हैं। नागपुर के कुछ हिस्सों में कर्फ़्यू लगा दिया गया है। ऐसी घटना फिर न हो, इसके लिए संबंधित लोगों के साथ बैठक की जाएगी।”
संजय राउत ने दिया बयान
नागपुर हिंसा पर शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा- “नागपुर में हिंसा होने का कोई कारण नहीं है। यह वह जगह है जहां आरएसएस का मुख्यालय है। यह सीएम देवेंद्र फडणवीस का निर्वाचन क्षेत्र भी है। वहां हिंसा फैलाने की हिम्मत कौन कर सकता है? हिंदुओं को डराने, अपने ही लोगों से उन पर हमला करवाने और फिर उन्हें भड़काकर दंगों में शामिल करने का यह एक नया पैटर्न है…”
महाराष्ट्र में ऐसी चीज बर्दाश्त नहीं की जाएगी- शिवसेना विधायक मनीषा कायंदे
नागपुर हिंसा पर शिवसेना विधायक मनीषा कायंदे ने कहा- “हम नागपुर हिंसा की निंदा करते हैं। अफवाह फैलाने वालों को सलाखों के पीछे डालकर सजा मिलनी चाहिए। महाराष्ट्र में ऐसी चीज बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिस तरह से बड़े पैमाने पर पथराव हुआ और हिंसा भड़की, वह बिना पूर्व तैयारी के नहीं हो सकती थी…राज्य सरकार को विधानसभा के दोनों सदनों में बयान देना चाहिए।”
47 लोगों को हिरासत में लिया गया- गृह राज्य मंत्री योगेश कदम
नागपुर हिंसा पर महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा, “हिंसा के पीछे की वजह अभी तक पता नहीं चल पाई है। अब तक 47 लोगों को हिरासत में लिया गया है। घटना में 12-14 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। 2-3 नागरिक भी घायल हुए हैं। हम घटना के पीछे की वजह का पता लगाएंगे। कानून हाथ में लेने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
दो जगहों पर हुई हिंसा
अधिकारियों ने कहा कि सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे मध्य नागपुर के चिटनिस पार्क इलाके में तब हिंसा भड़क उठी जब अफवाह फैली कि औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए आंदोलन के दौरान धर्मग्रंथ जलाया गया है। पुलिस के अनुसार, पुराने भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में रात साढ़े 10 से साढ़े 11 बजे के बीच एक और झड़प हुई। अनियंत्रित भीड़ ने कई वाहनों को जला दिया और इलाके में घरों तथा एक क्लिनिक में तोड़फोड़ की।
घटना पहले से ही प्लान थी- भाजपा विधायक
भाजपा विधायक (नागपुर मध्य) प्रवीण दटके ने कहा, “मैं आज सुबह-सुबह यहां पहुंचा हूं। यह पूरी घटना पहले से ही प्लान थी। कल सुबह आंदोलन के बाद गणेश पेठ पुलिस स्टेशन में घटना हुई, फिर सब कुछ सामान्य था… बाद में भीड़ ने केवल हिंदुओं के घरों और दुकानों में प्रवेश किया… पहले सभी कैमरे तोड़े गए और फिर हथियारों के साथ हिंसा को पहले से तय तरीके से अंजाम दिया गया… मैंने सीपी (पुलिस आयुक्त) से बात की, यह एक संवेदनशील क्षेत्र है… हमने पीआई संजय सिंह को दो घंटे तक फोन किया, लेकिन उनका फोन बंद था… हम पुलिस से संपर्क कर रहे थे। जब पुलिस यहां पहुंची, तो यहां सब कुछ हो चुका था… मैं सीएम से भी बात करूंगा… अपराधियों की तस्वीरें डीवीआर में हैं। हम इसे पुलिस को मुहैया कराएंगे… यह अफसोस की बात है कि कल पुलिस हिंदू नागरिकों के साथ खड़ी नहीं हुई… संजय सिंह जैसे पीआई नागरिकों की बात नहीं सुनते… भीड़ का एक बड़ा हिस्सा बाहर से आया था…”
देखें, आज कैसे हैं नागपुर के महल क्षेत्र के हालात
नागपुर के महल क्षेत्र में सोमवार को दो समूहों की बीच झड़प हो गई थी। वीडियो में देखें आज इस इलाके के हालात कैसे हैं।
CM फडणवीस क्या बोले?
नागपुर में हुई हिंसा पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “नागपुर के महल इलाके में जिस तरह से स्थिति तनावपूर्ण हुई, वह बेहद निंदनीय है। कुछ लोगों ने पुलिस पर भी पत्थरबाजी की। यह गलत है। मैं स्थिति पर नजर रख रहा हूं। मैंने पुलिस कमिश्नर से कहा है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है, उठाएं। अगर कोई दंगा करता है या पुलिस पर पत्थरबाजी करता है या समाज में तनाव पैदा करता है, तो ऐसे सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे नागपुर की शांति को भंग न होने दें। अगर कोई तनाव पैदा करने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”