दैनिक उजाला, मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय ने लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन मैनेजमेंट के क्षेत्र में विद्यार्थियों को उद्योग की वास्तविक आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार करने हेतु ओम लॉजिस्टिक्स सप्लाई चेन के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस साझेदारी के माध्यम से दोनों संस्थान मिलकर ऐसे कुशल पेशेवर तैयार करेंगे, जो इस तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में नवाचार, दक्षता और नेतृत्व की नई मिसालें स्थापित कर सकें।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव अशोक कुमार सिंह और ओम लॉजिस्टिक्स के वरिष्ठ अधिकारी हिमांशु अग्रवाल द्वारा एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अंतर्गत एक 300 घंटे का विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जाएगा, जो विद्यार्थियों को सशक्त सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ गहन व्यावहारिक अनुभव प्रदान करेगा। प्रशिक्षण के दौरान छात्रों को सप्लाई चेन संचालन, परिवहन प्रबंधन, इन्वेंटरी नियंत्रण, डेटा एनालिटिक्स, वेयरहाउस संचालन और लॉजिस्टिक्स नेटवर्क डिज़ाइन जैसे प्रमुख विषयों की गहराई से समझ दी जाएगी। साथ ही, विद्यार्थियों को औद्योगिक हब्स और गोदामों में इंटर्नशिप एवं लाइव प्रोजेक्ट्स के अवसर भी प्राप्त होंगे।

जीएलए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने कहा कि शिक्षा तभी सार्थक होती है जब वह रोजगार और नवाचार से जुड़ सके। जीएलए विश्वविद्यालय का लक्ष्य उद्योग और उद्यमिता केंद्रित शिक्षा को बढ़ावा देना रहा है। यह एमओयू हमारे विद्यार्थियों को न केवल उद्योग जगत की आवश्यकता के अनुरूप कौशल प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें भविष्य के नेतृत्वकर्ताओं के रूप में तैयार करेगा।

इंस्टीट्यूट ऑफ बिज़नेस मैनेजमेंट के निदेशक प्रो. अनुराग सिंह कहा कि हमारे छात्र पहले दिन से ही उद्योग विशेषज्ञों से जुड़े रहते हैं। ओम लॉजिस्टिक्स जैसे अग्रणी संस्थान के साथ सीधे जुड़ाव से उन्हें अद्यतन ज्ञान और प्रायोगिक अनुभव दोनों प्राप्त होंगे और एमबीए–लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन मैनेजमेंट कार्यक्रम की गुणवत्ता और भी मज़बूत होगी। यह समझौता छात्रों में रोजगार योग्य कौशल के साथ-साथ प्रबंधकीय दृष्टि विकसित करने में सहायक होगा।

विभागाध्यक्ष प्रो. उत्कल खंडेलवाल और सह-विभागाध्यक्ष प्रो. कृष्णवीर सिंह ने कहा कि जीएलए विश्वविद्यालय पिछले कई वर्षों से लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन मैनेजमेंट में दो वर्षीय विशिष्ट एमबीए कार्यक्रम संचालित कर रहा है। इस कार्यक्रम में छात्रों को उद्योग विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए गए पाठ्यक्रम, कार्यशालाओं, औद्योगिक सत्रों और वास्तविक सप्लाई चेन नेटवर्क्स में अनुभव के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाता है। यह एमओयू न केवल शिक्षा और उद्योग के बीच की दूरी को कम करेगा, बल्कि भारतीय लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में भविष्य–उन्मुख नेतृत्व तैयार करने की दिशा में एक सशक्त कदम साबित होगा।

डीन-इंटरनेशनल रिलेशंस एंड ऐकडेमिक कोलबोरेशंस प्रो. दिलीप शर्मा ने कहा कि जीएलए विश्वविद्यालय निरंतर अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप अपने पाठ्यक्रमों को उन्नत कर रहा है। इस प्रकार की साझेदारियाँ विश्वविद्यालय को वैश्विक स्तर पर उद्योग–अकादमिक सहयोग के क्षेत्र में अग्रणी बनाती हैं।

इस अवसर पर ओम लॉजिस्टिक्स के शिवम बर्धन, जीएलए के प्रो. विवेक अग्रवाल, डॉ. सचिन अग्रवाल, डॉ. हिमांशु प्रजापति भी उपस्थित रहे।

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