आगरा : आगरा में बेकाबू अर्टिगा कार सड़क किनारे खड़े ट्रक में जा घुसी। हादसे में सिपाही और कार चालक की मौत हो गई। जबकि दरोगा समेत 5 की हालत गंभीर है। पुलिस टीम राजस्थान के सूरतगढ़ से दबिश देकर लौट रही थी। हादसा फतेहपुर सीकरी थाना क्षेत्र में जयपुर हाईवे पर रविवार सुबह 5 बजे हुआ।
हादसे में मरने वाले सिपाही का नाम गौरव प्रताप सिंह है। वह निबोहरा थाने में तैनात थे। कार प्राइवेट थी, उसे देवा नाम का ड्राइवर चला रहा था। उसकी भी जान चली गई। वहीं, दरोगा गौरव कुमार की हालत गंभीर है।
टक्कर इतनी भीषण थी कि अर्टिगा की पूरी छत उड़ गई। हेड कॉन्स्टेबल और ड्राइवर के शव कार के बोनट में फंस गए। नेशनल हाईवे अथॉरिटी के कर्मचारियों ने कटर से कार को काटा, तब जाकर शवों को निकाला जा सका।
शुरुआती जांच के मुताबिक, ड्राइवर को झपकी आने से कार बेकाबू होकर ट्रक से जा टकराई। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को एंबुलेंस से CHC सीकरी भिजवाया। डॉक्टरों ने प्राइमरी इलाज के बाद घायलों को आगरा रेफर कर दिया।

घायलों को एंबुलेंस से हॉस्पिटल लाया गया, जहां 5 लोगों की हालत गंभीर है।

अर्टिगा में ड्राइवर के बगल की सीट पर हेड कॉन्स्टेबल गौरव प्रताप सिंह बैठे थे। उनकी मौत हो गई।

सड़क किनारे खड़े इसी ट्रक में अर्टिगा कार घुस गई। कार का अगला हिस्सा पूरी तरह डैमेज हो गया।
महिला की गुमशुदगी में दबिश देने गए थे
निबोहरा थाने के कुमपुरा गांव की एक महिला नैना देवी की गुमशुदगी दर्ज थी। पुलिस को उसकी लोकेशन राजस्थान की मिली थी। ऐसे में महिला का पति गोविंद, ग्राम प्रधान कुमपुरा सतेंद्र पुलिस टीम के साथ दबिश के लिए गए थे। 24 अक्टूबर रात 11 बजे वो आगरा से राजस्थान के लिए निकले थे।
कुमपुरा गांव के देवा की अर्टिगा कार थी। कार में थाने के एसआई गौरव कुमार, कॉन्स्टेबल गौरव प्रताप सिंह थे। इनके साथ वादी गोविंद, उसका भाई अरविंद, ग्राम प्रधान सत्येंद्र और गोविंद का बहनोई रवि कुमार निवासी पिनाहट सवार थे। टीम ने रात को राजस्थान से नैना देवी को बरामद कर लिया था। उसको साथ लेकर लौट रहे थे। कार में कुल 8 लोग सवार थे।

ड्राइवर देवा के बच्चे गुमसुम बैठे
कुमपुरा गांव के रहने वाले ड्राइवर देवा की मौत हुई है। देवा के घर पर मातम पसरा है। पत्नी प्रियंका को मोहल्ले की महिलाएं ढांढस बंधाती रहीं। देवा के बड़े भाई जुगनू के पास बैठे 3 छोटे बच्चे पिता की मौत से अनजान दिखे।

देवा की मौत से अनजान उसके तीनों बच्चे गुमसुम बैठे थे।

देवा की मौत के बाद घर पर महिलाएं रो-रोकर बेसुध हो जा रहीं।
बुलंदशहर के रहने वाले थे गौरव
गौरव प्रताप सिंह बुलंदशहर के मिर्जापुर थाने के खुर्जा के रहने वाले थे। वह 2011 बैच के सिपाही थे। उनके एक 8 साल का बेटा है। गौरव की तैनाती आगरा के निबोहरा थाने में 8 फरवरी, 2024 से थी।

यह सबइंस्पेक्टर गौरव कुमार हैं, जो हादसे में बुरी तरह से घायल हो गए।

