• जीएलए के गणित विभाग में चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस रिसेंट एडवांसेज इन मैथमेटिकल साइंसेज एंड इंटर डिसीप्लिनरी एरियाज (राम सिया-25) का आयोजन हुआ

दैनिक उजाला, मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के गणित विभाग में चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस रिसेंट एडवांसेज इन मैथमेटिकल साइंसेज एंड इंटर डिसीप्लिनरी एरियाज (राम सिया-25) का आयोजन हुआ। कॉन्फ्रेंस में आये हुए शिक्षाविद् और विषय विशेषज्ञों ने गणित के अधिकाधिक प्रयोग करने पर बल दिया।

विभागाध्यक्ष प्रो. मनीष गोयल ने कांफ्रेंस के मुख्य अतिथि एवं कॉन्फ्रेंस चेयरपर्सन प्रो. उमेश कुमार शर्मा ने विशिष्ट अतिथि का परिचय कराया। अपने संबोधन में विभागाध्यक्ष प्रो. मनीष गोयल ने गणितीय विज्ञान में नई जानकारियों तथा खोजों से लाभान्वित होने एवं गणित के अधिकाधिक प्रयोग करने पर बल दिया। इसके साथ उन्होंने गणित विभाग की प्रगति पर प्रकाश डाला।

कॉन्फ्रेंस के मुख्य अतिथि महाराजा सोहेल देव विश्वविद्यालय, आजमगढ़, (उ.प्र.) के कुलपति प्रो. संजीव कुमार ने विद्यार्थियों को गणित की महत्ता और उसके प्रयोगों के बारे में विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि आने वाला समय तकनीक का होगा, जिसमें गणित का उपयोग अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। डाटा विज्ञान, मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग बढ़ने से सांख्यिकी का योगदान महत्वपूर्ण हो गया है।
कॉन्फ्रेंस की विशिष्ट अतिथि जीएलए विश्वविद्यालय की छात्रा रही भावना कौशिक ने समझाया कि गणित किस प्रकार से मानव जीवन से जुड़े पहलुओं को आसान बनाने में योगदान दे सकता है। जीएलए के कुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रतिवर्ष अलग-अलग विषयों पर राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आयोजित करता रहा है। ऐसे कार्यक्रमों से छात्रों एवं अध्यापकों को उनके क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोध कार्यों की जानकारी मिलती है। साथ ही उन्हें राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लोगों से मिलने, सुनने व उनके अनुभवों को समझने का मौका करीब से मिलता है।

कॉन्फ्रेंस के कन्वेनर डा. अभिषेक कुमार सिंह ने कांफ्रेंस की थीम प्रस्तुत की। कॉन्फ्रेंस के अन्य कन्वेनर डा. विनीत कुमार चौरसिया ने बताया कि कांफ्रेंस में देश-विदेश से चार दर्ज़न शोध पत्र प्राप्त हुए। इनमें से 30 शोध पत्रों का प्रस्तुतिकरण के लिए चयन किया गया।
शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले शोधार्थी एएमयू., अलीगढ़, बीएचयू वाराणसी, वीआईटी आंध्र प्रदेश, शोभित इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (डीम्ड यूनिवर्सिटी) मेरठ, सेंट जेवियर्स कॉलेज (स्वायत्त) कोलकाता, यूनाइटेड यूनिवर्सिटी प्रयागराज, संत लोंगोवाल इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, संगरूर पंजाब, अटल बिहारी वाजपेई, आईआईआईटीएम ग्वालियर (म.प्र), गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय एवं प्रौद्योगिकी पंतनगर (उत्तराखंड), विश्वकर्मा विश्वविद्यालय पुणे (महाराष्ट्र) एवं डीवाई पाटिल अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय पुणे आदि विभिन्न संस्थानों से थे।

वरिष्ठ वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे

विशिष्ट अतिथियों में प्रो. दुमित्रू बलेअनु, इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्पेस साइंसेज, रोमानिया, प्रो. जितेंद्र सिंह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी, डा. विकास कुमार, दिल्ली विश्वविद्यालय, डा. रजत त्रिपाठी, एनआईटी, जमशेदपुर, डा. अतेंद्र कुमार, एनआईटी श्रीनगर, डा. महेंद्र कुमार गुप्ता, आईआईटी भुवनेश्वर, डा. अवधेश कुमार, वीआईटी-एपी, डा. पवन कुमार शॉ, बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मेसरा, रांची, डा. नीलम सिंघला, शिक्षा ’ओ’ अनुसंधान डीम्ड यूनिवर्सिटी, भुवनेश्वर, डा. धीरेंद्र मिश्रा, एमएनआईटी, भोपाल, डा. राज नंदकेओलियार, एनआईटी जमशेदपुर, डा. रुचिका मेहता, मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर, डा. सुखजीत सिंह, एनआईटी, जालंधर, प्रो. नदीम उर रहमान, एएमयू, अलीगढ़, डा. विकाश श्रीवास्तव, आईआईटी मद्रास, डा. पंकज कुमार, आईआईएलएम यूनिवर्सिटी, नोएडा, डा. चंद्र शेखर निषाद, आईआईआईटी, नया रायपुर एवं प्रो. अनिल कुमार यादव, यूनाइटेड कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड रिसर्च, ग्रेटर नोएडा आदि वरिष्ठ वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे।

फिर से सम्मिलित होने का आह्वान किया

कॉन्फ्रेंस के आयोजन में प्रो. उमेश कुमार शर्मा, डीन इंटरनेशनल रिलेशन एंड एकेडमिक कोलॉबोरेशन प्रो. दिलीप कुमार शर्मा, प्रो. विवेक शर्मा एवं गणित विभाग के समस्त शिक्षको का विशेष योगदान रहा। कांफ्रेंस के आयोजन सचिव डा. स्वेता शुक्ला, डा. जयति त्रिपाठी, डा. कपिल कुमार, डा. राजीव प्रसाद एवं डा. चांदनी कुमारी ने प्रतिभागियों को वर्ष 2026 में कांफ्रेंस के पंचम संस्करण में फिर से सम्मिलित होने का आह्वान किया।

कांफ्रेंस के को-कन्वेनर डा. विपिन चन्द्र दुबे द्वारा कांफ्रेंस की थीम प्रस्तुत की गयी एवं डा. मोहित कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम का संचालन बीएससी (गणित) के विद्यार्थी कशिश जैन, लवी पत्सरिया, मुस्कान खंडेलवाल एवं गुंजन सिंह ने शिक्षिकाओं डा. स्वेता शुक्ला एवं डा. पूजा वर्मा के मार्ग दर्शन में किया। महावीर शर्मा, अभिषेक माथुर, भाविका अग्रवाल, कविता भाटी, समरा खालिक, प्रियंका सिंह एवं दिनेश सिंह राजपूत का आयोजन में सहयोग सराहनीय रहा।

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