नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वर्चुअली तीन परम रुद्र सुपर कंप्यूटर और मौसम व जलवायु रिसर्च के लिए एक हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग सिस्टम लॉन्च किया।

इस मौके पर पीएम ने कहा कि कोई देश तभी बड़ी उपलब्धियों पर निशाना लगा सकता है, जब उसका विजन बड़ा हो। तकनीक को अपग्रेड करने का काम गरीबों को सशक्त बनाने के लिए किया जाना चाहिए।

पीएम ने कहा कि हमारी सरकार साइंस, टेक्नोलॉजी और रिसर्च को प्राथमिकता दे रही है। मिशन गगनयान की तैयारी शुरू हो गई है और 2035 तक हमारा अपना स्पेस स्टेशन होगा।

ये सुपरकंप्यूटर भारत के नेशनल सुपर-कंप्यूटिंग मिशन (NSM) के तहत तैयार किए गए हैं। इनकी लागत 130 करोड़ रुपए है।

तीनों सुपरकंप्यूटर्स को लॉन्च करते पीएम मोदी। उन्होंने आज के दिन को विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि का दिन बताया।

तीनों सुपरकंप्यूटर्स को लॉन्च करते पीएम मोदी। उन्होंने आज के दिन को विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि का दिन बताया।

परम रुद्र सुपरकंप्यूटर से जुड़ी खास बातें…

  • सुपरकंप्यूटिंग तकनीक की फील्ड में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के केंद्र सरकार की कोशिशों के तहत इन सुपरकंप्यूटर्स को देश को समर्पित किया जाएगा।
  • इन्हें तीन प्रमुख स्थानों पर स्थापित किया गया है: दिल्ली, पुणे और कोलकाता। साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री ने बताया है कि इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य भारत की वैज्ञानिक अनुसंधान क्षमता को बढ़ाना है।
  • पुणे में जाइंट मीटर रेडियो टेलीस्कोप (GMRT) इस सुपरकंप्यूटर का इस्तेमाल फास्ट रेडियो बर्स्ट्स (FRBs) और अन्य एस्ट्रोनॉमिकल इवेंट्स की स्टडी करने के लिए करेगा।
  • दिल्ली में इंटर यूनिवर्सिटी एक्सेलेरेटर सेंटर (IUAC) मटेरियल साइंस और एटॉमिक फिजिक्स जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान को बढ़ावा देगा।
  • कोलकाता में एस एन बोस सेंटर इस सुपरकंप्यूटिंग तकनीक का इस्तेमाल उन्नत अनुसंधान के लिए करेगा, जिसमें फिजिक्स, कॉस्मोलॉजी और अर्थ साइंस जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
850 करोड़ रुपए का हाई-परफॉर्मिंग कंप्यूटिंग सिस्टम का भी उद्घाटन किया, जो कि मौसम और जलवायु रिसर्च के लिए तैयार किया गया है।

850 करोड़ रुपए का हाई-परफॉर्मिंग कंप्यूटिंग सिस्टम का भी उद्घाटन किया, जो कि मौसम और जलवायु रिसर्च के लिए तैयार किया गया है।

पीएम की स्पीच की प्रमुख बातें…

  1. पीएम ने कहा कि हमने 2015 में नेशनल सुपरकंप्यूटिंग मिशन शुरू किया था और अब क्वांटम कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी ने बढ़त हासिल कर ली है, जिससे IT, मैन्युफैक्चरिंग, MSME और स्टार्टअप को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
  2. पीएम मोदी ने 850 करोड़ रुपए का हाई-परफॉर्मिंग कंप्यूटिंग सिस्टम का भी उद्घाटन किया, जो कि मौसम और जलवायु रिसर्च के लिए तैयार किया गया है। आज का दिन विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि का दिन है।
  3. पीएम ने कहा कि ऐसा कोई सेक्टर नहीं है जो टेक्नोलॉजी और कंप्यूटिंग की क्षमताओं पर निर्भर नहीं करता है। इस क्रांति में हमारा योगदान बिट्स और बाइट्स में नहीं, बल्कि टेराबाइट्स और पीटाबाइट्स में होना चाहिए।
  4. आत्मनिर्भर बनने के लिए साइंस का इस्तेमाल करना हमारा मिशन है। आज का भारत संभावनाओं के अनंत आसमान में नई राह गढ़ रहा है। हमारी सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए है कि तकनीक का फायदा आम आदमी को मिले।

नेशनल सुपरकंप्यूटिंग मिशन के तहत लॉन्च किए गए तीनों सुपर कंप्यूटर

यह परियोजना नेशनल सुपरकंप्यूटिंग मिशन (NSM) का हिस्सा है, जिसका मकसद शिक्षा, शोध, MSMEs और स्टार्टअप्स जैसे क्षेत्रों में भारत के सुपरकंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना है। इस मिशन के तहत, पहला स्वदेशी रूप से असेंबल किया गया सुपरकंप्यूटर PARAM शिवाय 2019 में IIT (BHU) में स्थापित किया गया था।

परम रुद्र सुपरकंप्यूटर की लॉन्चिंग के साथ पीएम मोदी आज वर्चुअली विभिन्न क्षेत्रों के लिए 22,600 करोड़ रुपए की कई अन्य परियोजनाओं को लॉन्च करने वाले थे। हालांकि, मुंबई और पुणे में भारी बारिश के कारण यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *