- इंग्लैंड दौरे पर शुभमन गिल टीम इंडिया की कप्तानी करते नजर आएंगे जबकि ऋषभ पंत उपकप्तान होंगे
दैनिक उजाला, स्पोर्ट्स डेस्क : भारत और इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में भिड़ने के लिए तैयार हैं। दोनों के बीच 20 जून से लीड्स के हेडिंग्ले में पहला टेस्ट मैच खेला जाएगा। टीम इंडिया युवा शुभमन गिल की कप्तानी में मेजबान इंग्लैंड की मुश्किल चुनौती का सामना करती नजर आएगी। ऐसे में टीम इंडिया के युवा खिलाड़ियों पर काफी ज्यादा प्रेशर होगा।
टीम इंडिया इस समय बदलाव के दौर से गुजर रही है। आर अश्विन, रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे स्टार खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं। रोहित और विराट का संन्यास तो महज एक हफ्ते के भीतर आया। यही वजह रही कि BCCI को इंग्लैंड दौरे के लिए युवा शुभमन गिल को टीम इंडिया का टेस्ट कप्तान नियुक्त करना पड़ा। वैसे तो भारत के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह टेस्ट कप्तानी की रेस में सबसे आगे थे लेकिन अंत में बाजी गिल के हाथ लगी। वहीं, ऋषभ पंत को टीम का उपकप्तान नियुक्त किया गया। ऐसे में सवाल उठा कि क्यों बुमराह को टीम का कप्तान या उपकप्तान नहीं बनाया गया। अब इस सवाल का जवाब मिल गया है।
बुमराह ने खुद किया बड़ा खुलासा
दरअसल, जसप्रीत बुमराह ने खुलासा किया है कि क्यों उन्हें टेस्ट कप्तान नहीं बनाया गया। इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज की तैयारियों में जुटे बुमराह ने स्काई स्पोर्ट्स पर दिनेश कार्तिक को दिए एक इंटरव्यू में बड़ा खुलासा किया कि उनके मना करने के बाद ही गिल को कप्तान बनाया गया।
बुमराह ने कहा कि रोहित और विराट के रिटायर होने से पहले, IPL के दौरान उन्होंने BCCI से बात की थी। उन्होंने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में अपने वर्कलोड को लेकर चर्चा की। उन लोगों से बात की है जो मेरी पीठ की चोट को मैनेज करते हैं। इसके बाद इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि हमें थोड़ा और स्मार्ट होना होगा, फिर उन्होंने BCCI को फोन किया कि वह खुद को कप्तानी की भूमिका में नहीं देखते हैं क्योंकि वह सभी टेस्ट मैच नहीं खेल पाएंगे।
कप्तानी से ज्यादा क्रिकेट पसंद
बुमराह ने बताया कि BCCI उन्हें नेतृत्व की भूमिका के रूप में देख रहा था लेकिन उन्हें खुद से मना करना पड़ा क्योंकि यह सही नहीं है। कोई 3 टेस्ट में कप्तानी कर रहा है और फिर किसी और को बाकी टेस्ट मैचों का नेतृत्व करना पड़ता है, इसलिए यह टीम के लिए उचित नहीं है। वह टीम को पहले रखना चाहते थे। उन्होंने कहा कि उन्हें कप्तानी से ज्यादा क्रिकेट खेलना पसंद है।