- जीएलए विश्वविद्यालय में आयोजित ‘सृजन‘ कार्यक्रम में पहुंचे 1700 से अधिक छात्र
मथुरा : मौका था प्रतिभा निखारने का, तो छात्रों ने भी पूरे जोश के साथ जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में आयोजित सृजन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। एक दर्जन से अधिक कार्यक्रम में कई जिलों के 37 से अधिक विद्यालयों के छात्रों ने प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए अपने हुनर को निखारा। जीएलए प्रबंधनतंत्र ने भी छात्रों के हुनर की सराहना की।
जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में सोशल इनिसिएटिव प्रयास और यूथ स्ट्रांग मिशन के तत्वावधान में आयोजित सृजन कार्यक्रम का शुभारम्भ एसोसिएट डायरेक्टर इंटरनेशनल रिलेशन डाॅ. निर्भय कुमार मिश्रा, एडमिशन एंड ब्राडिंग सेक्शन के डीजीएम नितिन गौर, एडमिशन एंड ब्राडिंग सेक्शन के वाइस प्रेसीडेंट साइबल चटर्जी, डीन स्टूडेंट वेलफेयर डाॅ. हिमांशु शर्मा ने दीप प्रज्जवलित कर किया। तत्पश्चात छात्राओ द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी गई तथा गणेश वंदना के साथ नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए डा. निर्भय मिश्रा ने कहा कि प्रतियोगिता के इस युग में श्रेष्ठता हासिल करने के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं मे सम्मलित होना काफी उपयोगी है। साथ ही नितिन गौर ने प्रतियोगिता की शुरुआत की घोषणा की।
दो दिवसीय चले इस कार्यक्रम में आगरा, मथुरा, हाथरस, कोसी और भरतपुर से आए प्रतिभागियों ने मेधा, संवाद, आलाप, मुद्रा, कलाकृति, नुक्कड, जिज्ञासा, मन्थन, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, चैस, बास्केटबाल, क्रिकेट, फुटबाल, हैण्डबाल, कबड्डी टेबल टेनिस, वॉलीबाल, कराटे तथा विभिन्न सांस्कृतिक, वैज्ञानिक एवं खेल -कूद प्रतियोगिताओं में शिरकत की। एथलेटिक्स प्रतियोगिता में ऑल ओवर चैंपियन केंद्रीय विद्यालय मथुरा रहा। कबड्डी प्रतियोगिता में आरपीएम पब्लिक स्कूल हाथरस। कराटे और चैस प्रतियोगिता में कान्हा माखन पब्लिक स्कूल टाउनशिप। बैडमिंटन प्रतियोगिता में दून पब्लिक स्कूल हाथरस। बॉलीबॉल प्रतियोगिता बालक वर्ग मे विद्या देवी जिन्दल तथा बालिका वर्ग में रतन लाल फूलकटोरी देवी मथुरा। बास्केटबॉल प्रतियोगिता में आर्मी पब्लिक स्कूल मथुरा। टेबल टेनिस प्रतियोगिता बालक वर्ग में कान्हा माखन मिलेनियम स्कूल तथा बालिका वर्ग में हनुमान प्रसाद धनुका। फुटबाल में आर्मी पब्लिक स्कूल। क्रिकेट में आरकेडियन पब्लिक स्कूल चैंपियन रहे। स्कूल के विजेता खिलाडियो को मेडल ट्रॉफी और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम समापन के बाद 37 से अधिक विद्यालयों के छात्रों ने जीएलए विश्वविद्यालय का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान छात्रों ने जाना कि किस प्रकार उच्च शिक्षा के क्षेत्र में जीएलए के छात्र नए आयाम स्थापित कर रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षक डाॅ. निर्भय मिश्रा और प्रयास टीम के नितिन गौर से काफी जानकारी जुटायी। साथ ही छात्रों स्मार्ट क्लास रूम, लैब्स, इंजीनियरिंग प्रयोगशालाओं सहित हाॅस्टल और मैस की व्यवस्थाओं को देखा।
वाइस प्रेसीडेंट साइबल चटर्जी ने कहा कि विष्वविद्यालय द्वारा गठित संस्था प्रयास का हमेषां यही ‘प्रयास‘ रहता है कि जीएलए जो भी कुछ कर रहा है, उसमें इंटर स्कूली छात्रों को भी लाभ मिले। इसके लिए स्कूलों में टीम पहुंचकर छात्रों को मोटीवेट करती है और जीएलए के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर एवं मोटिवेशनल स्पीकर नीरज अग्रवाल के माध्यम से मोटिवेशन सेशन कार्यक्रमों के तहत सफलता के मंत्र दिए जाते हैं।
इस अवसर पर खेल अधिकारी अजय सिंह शेखावत, कोच जेपी सिंह, अमित कुमार शर्मा, वृज बिहारी सिंह, भूपेन्द्र कुमार मिश्रा, अमित कुमार सिंह, आशीष कुमार राय, आकाश कुमार राहुल उपाध्याय, हरिओम शुक्ला, रितु जाट, सोनिका, छात्रों में चीफ काॅर्डिनेटर विशाल शर्मा, रोविन सिंह, ठा. रजत सिंह सैंगर, ठा. प्रशान्त सिंह, आदित्य कुमार पाण्डे, तनिष चैधरी, उत्कर्ष पाण्डे, शानू खान, शालिनी यादव अदि का सहयोग सराहनीय रहा।
बायोटेक्नोलाॅजी के छात्रों ने किया आइआइटी रूड़की का भ्रमण
जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के एमएससी जैव प्रौद्योगिकी और एमएससी माइक्रोबायोलॉजी और इम्यूनोलॉजी के अंतिम वर्ष के छात्रों ने आइआइटी रूड़की और वन अनुसंधान संस्थान देहरादून का शैक्षिक भ्रमण किया। भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को स्कैनिंग इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी, ट्रांसमिशन इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी, एनएमआर स्पेक्ट्रोस्कोपी, पाउडर एक्स-रे डिफ्रेक्टोमीटर, सिंगल-क्रिस्टल एक्स-रे विवर्तन और एक्स-रे क्रिस्टलोग्राफी जैसे नवीनतम अत्याधुनिक उपकरणों से परिचित होने और तकनीकी ज्ञान प्राप्त करने में सक्षम बनाना था। डॉ. शर्मिष्ठा साहा और डॉ. सौरभ गुप्ता ने इस भ्रमण के लिए छात्रों के समूह का नेतृत्व किया। डाॅ. षर्मिश्ठा षाहा ने कहा कि वह आईआईटी रुड़की और वन अनुसंधान संस्थान के आभारी हैं। जीएलए यूनिवर्सिटी के बायोटेक के प्रमुख प्रो. शूरवीर सिंह ने प्रोफेसरों और छात्रों का आभार व्यक्त करते हुए उनकी प्रशंसा की।