मथुरा: उत्तर प्रदेश में ये क्या हो रहा है? आयकर विभाग ऐसे लोगों को धड़ाधड़ करोड़ों रुपए के इनकम टैक्स का नोटिस भेज रहा है, जिनकी कमाई सामान्य है। उस कमाई से उनका घर भी ठीक से नहीं चल पाता है। अलीगढ़ में आयकर विभाग ने पहले जूस विक्रेता, फिर ताला कारीगर और सफाई कर्मचारी को इनकम टैक्स का नोटिस भेजा। अब यह मामला पड़ोसी जिले मथुरा में पहुंच गया है।

मथुरा में औरंगाबाद शांति नगर के रहने वाले किसान सौरभ को आयकर विभाग ने 30 करोड़ रुपए का नोटिस भेजा है। नोटिस मिलने के बाद किसान सदमे में है और मामला ठीक कराने के लिए अधिकारियों के दफ्तर चक्कर काट रहा है।

पीड़ित ने नोटिस आने का कारण पता किया। तब खुलासा हुआ कि किसी ने उनके पैन कार्ड का मिसयूज करके दो जीएसटी नंबर लिए हैं। इन्ही नंबरों पर फर्जी फर्म भी खोली है। जिस पर 30 करोड़ का नोटिस आया है। जिसके बाद पीड़ित ने एसपी सिटी के शिकायत की है।

पूरा मामला समझिए…

दामोदरपुरा थाना सदर बाजार के रहने वाले सौरव निषाद एक साधारण किसान हैं। यहां उनका छोटा सा घर है।

गांव में खुद का छोटा सा घर

गांव में खुद का छोटा सा घर

सौरव के पिता स्वर्गीय सुंदर लाल की 2012 में सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो चुकी है। घर में सौरव की मां भगवती देवी, पत्नी जय देवी, भाई राहुल, एक बेटी (2) रहती है। सौरव की शादी 1 दिसम्बर 2021 में हुई थी। वह खेती-किसानी करके परिवार का गुजर-बसर करते हैं।

सौरव ने बताया- डाक द्वारा मुझे एक लिफाफा 26 मार्च को मिला। उस समय मैं घर पर नहीं था। शाम को जब मैं घर आया, तब मैंने लिफाफा खोला।

तो उसमें आयकर विभाग का एक नोटिस मिला। जिसे पढ़ने पर पता चला कि मेरा पैन कार्ड पर किसी ने दो फर्म बना रखी हैं। इन कंपनियों में 30 करोड़ का लेने देन किया गया है।

ये रही आयकर विभाग से आई नोटिस

इसमें सौरव कुमार का नाम और घर का एड्रेस लिखा है

इसमें सौरव कुमार का नाम और घर का एड्रेस लिखा है

इसमें 30 करोड़ की नोटिस आई है

इसमें 30 करोड़ की नोटिस आई है

मैंने अपना पैन कार्ड 2012 में बनवाया था। उसी से किसी आदमी ने फर्जी जीएसटी नंबर लेकर व्यापार किया है। जिससे करीब 30 करोड़ 38 लाख 90 हजार 160 रुपए (30.38,90,160/रुपए) का लेन देन किया गया है। जिसकी नोटिस मेरे घर पर मेरे नाम की आई है।

पता करने पर दोनों फर्म के बारे में पता चला। एक फर्म कविता इंडस्ट्रीज और दूसरी हर इंटरप्राइजेज है।

जांच करने पर दोनों फर्जी फर्म के बारे में पता चला

जांच करने पर दोनों फर्जी फर्म के बारे में पता चला

क्योंकि मेरी न तो कोई फर्म है और न ही कोई व्यापार। रही बात इनकम टैक्स भरने की, तो खेती-किसान से इतनी कमाई नहीं होती, कि मैं इनकम टैक्स भरूं। मैं तो खेती करके जैसे-तैसे अपने परिवार का पालन पोषण करता हूं।

ऐसे में मुझे अंदेशा है कि मेरा पैनकार्ड किसी आदमी के हाथों लग गया है, जिसने उसका इस्तेमाल करके फर्जी फर्म खोली है। उसी पर करोड़ों का लेन-देन किया गया है। मेरा उस फर्म से कोई लेना-देना नहीं है।

सौरव ने बताया- 2022 में भी उन्हें 14 करोड़ रुपये का आयकर नोटिस मिला था। उस समय मैंने ये सोचकर नोटिस को इग्नोर कर दिया कि शायद मामूली गलती से मेरे घर पर आ गया हो। उसका जवाब मैंने एक एप्लीकेशन के जरिए भेज दिया था।

अब इस नोटिस की शिकायत मैंने सदर थाना एसपी सिटी से शिकायत की है।

जूस विक्रेता और ताला कारीगर के बाद अब सफाई कर्मी को भी 33.88 करोड़ का आयकर नोटिस, पैन कार्ड के दुरुपयोग का शक

अलीगढ़ : जूस विक्रेता और ताला कारीगर के बाद अब आयकर विभाग का नोटिस अलीगढ़ के चंडौस क्षेत्र में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के सफाई कर्मचारी करन कुमार वाल्मीकि के घर भी पहुंचा है। करन कुमार को 33.88 करोड़ रुपए के लेनदेन का नोटिस जारी किया गया है, जबकि वह केवल 14,200 रुपए प्रति माह मानदेय पर सफाई कर्मचारी के रूप में काम करता है। इस नोटिस के बाद उनका पूरा परिवार सदमे में है और मानसिक तनाव झेल रहा है। वहीं छोटे कारोबारी को करोड़ों के नोटिस किस आधार पर जारी किए जा रहे हैं।

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