- जेसीज सदस्य राज कुमार अग्रवाल ने बिहारी जी मंदिर की प्रबंध समिति को सुझावों पर अमल करने की मांग की
मथुरा : सामाजिक संस्था जेसीज एवं अग्रवाल सभा मथुरा के सदस्य राजकुमार अग्रवाल ने वृदावन में बिहारी जी मंदिर में दर्शनार्थियों को हो रही परेशानियों को दूर करने के संबंध में जिला प्रशासन और बिहारी जी मंदिर प्रबंध समिति को बहुत महत्वपूर्ण सुझाव प्रेषित किए हैं।
राजकुमार अग्रवाल ने कहा है कि मंदिर में भक्ति भाव से जो लोग आते हैं, वे दर्शन के दौरान गोस्वामियों द्वारा बार-बार बिहारी जी का पर्दा गिराने से असहज होते हैं। अत: बिहारी जी की की चौखट पर दोनों तरफ सिर्फ दो सेवायत रहें। वे 10 से 20 मिनट बाद क्षण भर को रस्सी से पर्दा गिराएं। इससे अंदर भीड़ जमा नहीं होगी। दर्शन के दौरान सेवायत गोस्वामी बिहारी जी की प्रतिमा के ठीक सामने गैलरी न रहें।
उन्होंने सुझाव दिया है कि पूरे मंदिर परिसर में सात-आठ गोस्वामियों को ही रहने की अनुमति हो। मंदिर में जितने ज्यादा गोस्वामी खड़े रहते हैं, उतनी ही अव्यवस्था फैलती है। वैसे मंदिर में हर समय सौ से ज्यादा गोस्वामी समाज के लोग जमे रहते हैं। इन पर प्रतिबंध लगे। जुमार्ने का प्रावधान हो। ऐसी व्यवस्था हो कि भक्त सिर्फ एक झलक दर्शन कर निकल जाएं। वीआईपी भी मंदिर में ज्यादा देर न रुकें। सभी नियम अनुपालन करें। जिन गोस्वामी की ड्यूटी लगे, उस दिन के टोकन मिलें। इससे बार-बार दूसरे गोस्वामी अंदर जाने से रुकेंगे।गोस्वामी समाज के लोगों पर जो जुर्माना लगे, उसमें पहली बार नियम उल्लंघन पर एक हजार रुपया, दूसरी बात उल्लंघन पर 2 हजार और तीसरी बार पकड़े जाने पर 5 हजार का जुमार्ना किया जाए।
उन्होंने कहा है कि मंदिर में पीछे की ओर फर्स ऊंचा हो जिससे पीछे से दर्शन करने वालों कों दर्शन हो सकेंगे। ये स्लैप बिल्कुल थिएटर की तर्ज पर हो। जगह-जगह साइड से रेलिंग लगे। लंबे कद वाले श्रद्धालु साइड से निकलवाए जाएं। इससे मंदिर के अंदर चलते-चलते भी लोग दर्शन कर लेंगे।
दर्शनार्थियों को तत्काल मंदिर से निकल जाने को कहें। देश के अन्य मंदिरों में भी दर्शनार्थी सि पीछे के लोग एक झलक दर्शन कर लेगें। बीच-बीच में आवाज लगाई जाए कि कोई भी दर्शनार्थी मंदिर मे ज्यादा देर रुके नहीं। दर्शन कर बाहर निकल जाए।
मंदिर में जो कैमरे लगे हैं, उनसे नजर रखी जाए। जगह-जगह लिख दिया जाए कि ज्यादा देर तक दर्शन न करें अन्यथा जबरन बाहर निकाले जाओगे।
अंत में उन्होंने सुझाव में कहा है कि यदि सरकार बिहारी जी कॉरिडोर बनाए तो उसके लिए बाजारों में एक तरफ (बिहारी जी साइड में) चौड़े किए जाएं। दोनों साइड में तोड़फोड़ न हो। मंदिर प्रांगण में और बाहर एलईडी पर भी द्वारकाधीश की तरह बिहारी के दर्शन करवाए जाएं इससे जिससे भीड़ कम रहेगी। साथ ही दम घुटने जैसे हादसे रोके जा सकेंगे।