दैनिक उजाला, मथुरा : मथुरा में फर्जी IPS से पुलिस के साथ असली एनकाउंटर हो गया है। मुठभेड़ में उसके दाहिने पैर में गोली लगी है। फर्जी IPS को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती करवाया है। 3 दिन पहले इस फर्जी IPS ने IG क्राइम लखनऊ बनकर मथुरा में एक थाना प्रभारी को फोन किया। पहले उसे हड़काया और फिर तेल माफिया से जुड़ी सीक्रेट इंफार्मेंशन ली। शक होने पर पुलिस ने जांच की तो खुलासा हुआ।

इसके बाद पुलिस ने FIR दर्ज करके जांच शुरू की। फर्जी आईपीएस का नाम राधेश्याम उर्फ़ सुभाष है। वह राजस्थान के भरतपुर का रहने वाला है। बुधवार देर रात राधेश्याम की लोकेशन पुलिस को मगोर्रा इलाके में मिली। पुलिस और एसओजी टीम ने सुभाष की घेराबंदी की। इस दौरान पुलिस को देख राधेश्याम ने दो फायर किये। जवाबी कार्यवाही की तो वह भागने लगा। इसके बाद पुलिस ने पैर में गोली मरकर उसे पकड़ लिया।

एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि थाना फरह क्षेत्र में चौथ वसूली और धोखाधड़ी की घटना में वांछित भरतपुर उद्योग नगर अजान निवासी शातिर हिस्ट्रीशीटर बदमाश राधेश्याम उर्फ सुभाष कुंतल पुत्र पूरन सिंह को मगोर्रा पुलिस एसओजी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार बदमाश शातिर अपराधी है। ये बदमाश फर्जी आईपीएस बनकर अपने आप को आईजी क्राइम लखनऊ बता कर थाना प्रभारी को फोन कॉल कर अपराधियों के नाम निकालने और उनके परिजनों के नाम पते प्राप्त कर नाम निकालने का आश्वासन देकर जनता से धन वसूली का कार्य करता था।

पुलिस ने इसकी कब्जे से 21 फर्जी आईपीएस और एक आईएएस विजिटिंग कार्ड के अलावा एक मोटर साइकिल और अवैध असलाह, मोबाईल फोन बरामद किया है। फर्जी आईपीएस भरतपुर के उद्योग नगर थाना का हिस्ट्रीशीटर है जिस पर 13 मुकदमे पंजीकृत है। जनपद मथुरा मे 6 मुकदमे है। जिसमें थाना हाईवे क्षेत्र वर्ष 2014 में ट्रिपल मर्डर में 4 वर्ष मथुरा जेल में निरुद्ध रहा था। थाना हाईवे से इस शातिर बदमाश पर गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही भी हो चुकी है।

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