- इंस्टेंट जरूरतों के लिए पर्सनल लोन से लेकर गाड़ी और घर खरीदने तक के लिए भारतीय लोन को एक बेहतर ऑप्शन के रूप में देख रहे हैं
दैनिक उजाला, बिज़नेस डेस्क : देश में बढ़ते इकोनॉमिक इन्क्लूजन ने लोगों के लिए लोन और दूसरे क्रेडिट सपोर्ट लेना आसान बना दिया है। इंस्टेंट जरूरतों के लिए पर्सनल लोन से लेकर गाड़ी और घर खरीदने तक के लिए भारतीय लोन को एक बेहतर ऑप्शन के रूप में देख रहे हैं।
औसत भारतीय अपना क्रेडिट कार्ड 28 साल की उम्र तक लेते हैं। इनमें 57% लोग 30 साल और 24% 25 साल की उम्र के पहले क्रेडिट कार्ड ले लेते हैं। वहीं 53% भारतीय पहला पर्सनल लोन 30 साल की उम्र से पहले ले लेते हैं। इनमें 22% ऐसे हैं, जिनकी उम्र 25 साल से कम है।
क्रेडिट कार्ड लेने वालों में 64% ऐसे हैं, जिन्होंने 30 साल की उम्र के पहले अपना क्रेडिट प्रोडक्ट खरीद लिया है। इनमें 37% 25 साल से कम उम्र के हैं। इसमें 24% कंज्यूमर 25 साल से कम उम्र के होते हैं। पैसा बाजार की स्टडी में यह जानकारी मिली है।
फाइनेंस कंपनी ने 3.7 करोड़ क्रेडिट कार्ड यूजर्स पर यह स्टडी की है। देश में पहली बार होम लोन लेने वालों में 45% ऐसे हैं, जिनकी उम्र 30 से 40 साल के बीच है। हालांकि, इनकी औसत उम्र 33 साल होती है। 30 साल औसत उम्र वाले कंज्यूमर्स 2 क्रेडिट कार्ड और 1 पर्सनल लोन ज्यादा ले रहे हैं।
स्टडी से पता चला है कि क्रेडिट स्कोर चेक करने वाले लोगों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। पैसा बाजार के प्लेटफॉर्म पर 30 से 40 साल से कम उम्र के 52% लोगों ने अपना क्रेडिट स्कोर चेक किया है। वहीं 30 साल से कम उम्र के 14% लोग ऐसा करते हैं।
स्टडी में क्रेडिट हेल्थ के मामले में देश के शहरों की रैंकिंग भी की गई है। इसमें टॉप पर बेंगलुरु है। इसके बाद सबसे ज्यादा क्रेडिट-हेल्दी शहर अहमदाबाद, मुंबई, पुणे, चेन्नई, दिल्ली हैदराबाद, कोलकाता, सूरत और कोयंबटूर हैं।
क्रेडिट स्कोर 300 से 900 तक का एक पैमाना होता है, जिसे देखकर लोन या क्रेडिट देने वाली संस्था यह तय करती है कि आपको लोन दिया जाना चाहिए या नहीं। अगर आपका क्रेडिट स्कोर 770 से ज्यादा है, तो इसे हेल्दी माना जाएगा। देश में सैलरीड यूजर्स का क्रेडिट स्कोर 770 है।
रिसर्च में पुरुष और महिला कंज्यूमर्स के क्रेडिट हेल्थ में कोई विशेष अंतर नहीं मिला। जहां 20% पुरुष उपभोक्ताओं का क्रेडिट स्कोर अच्छा है, वहीं 19% महिला यूजर्स के क्रेडिट स्कोर भी हेल्दी की कैटेगरी में हैं। हालांकि बड़ी बात यह है कि टोटल कार्ड यूजर बेस में 88% पुरुष हैं, जबकि महिलाओं की संख्या केवल 12% है।