- बाद चौकी पर खड़ी बिना नंबर प्लेट की पुलिस लिखी जीप आखिर किसे मुंह चिढ़ा रही ?
- करीब पिछले एक वर्ष से बिना नंबर प्लेट की जीप में दौड़ रहे चौकी इंचार्ज
- बिना हाई सिक्यॉरिटी नंबर प्लेट और बिना नंबर प्लेट वाहनों पर कार्यवाही करने वाली पुलिस इस जीप पर कार्यवाही क्यों नहीं करती ?
- कानून पुलिस वालों के लिए नहीं, बल्कि चलते फिरते लोगों के लिए हैं ?
मथुरा : शहर के टाउनशिप स्थित बाद चौकी के समीप पुल के नीचे खड़ी यह जीप पुलिस के रंग से रंग रही है। यानि जीप के चारों और पुलिस लिखा हुआ है और कई जगह पुलिस का लोगो लगा हुआ है। बिना नंबर प्लेट के खड़ी यह पुलिस लिखी जीप उन वाहन वालों को मुंह चिढ़ा रही है जो अपने वाहनों पर नंबर प्लेट लगाकर चल रहे हैं। बिना नंबर प्लेट के यह जीप इसलिए टाउनशिप के बीचों-बीच खड़ी है कि बाद के चौकी इंचार्ज इस जीप में बैठकर सफर करते हैं।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस लिखी बिना नंबर प्लेट की यह जीप चौकी इंचार्ज के सफर के लिए तैनात रहती है। मौके पर दैनिक उजाला लाइव न्यूज के रिपोर्टर ने इस जीप को कैमरे में कैद किया। चारों तरफ दिखाई दिया कि इस जीप पर कहीं नंबर प्लेट की बात तो बहुत दूर है, बल्कि प्लेट ही गायब है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि इस जीप में तैनात चौकी इंचार्ज अथवा पुलिस की सेवा में लगे अन्य पुलिस कर्मियों के लिए कानून कोई मायने नहीं रखता। क्योंकि वह खुद ही पुलिस में हैं, तो कार्यवाही करेगा कौन। एआरटीओ प्रवर्तन भी ऐसे वाहनों पर हाथ डाल नहीं पाते।

बिना नंबर प्लेट के हाईवे पर दौड़ने वाली यह पुलिस लिखी जीप बताती है कि कानून तो सिर्फ उनके लिए है, जो कि इस विभाग से ताल्लुक न हीं रखते और गरीब हैं। जो कि प्रतिदिन अपने वाहन से रोजी-रोटी के लिए शहर का सफर करते हैं और पुलिस उन वाहनों का यूं बेवजह चालान कर देती है।

सरकारी प्रतीत नहीं होती जीप
बिना नंबर प्लेट की पुलिस लिखी यह जीप सरकारी प्रतीत नहीं होती। क्योंकि जीप के पीछे मनीष कॉन्ट्रेक्टर लिखा हुआ है और संबंधित का संपर्क नंबर भी दर्ज है। इससे यह साबित होता है कि पुलिसकर्मी ने यह जीप अपनी धमक से अपनी सेवा में ले रखी है।
