• अब जीएलए से करें डेटा साइंस में बीएससी गणित कोर्स, शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए प्रवेश शुरू

मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा में शुरू हुए बीएससी गणित एक पूर्णकालिक 3-वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम है। यह डेटा साइंस प्रोग्राम उन छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है, जो विषय की गहरी समझ और ज्ञान के लिए गणित का अध्ययन करना चाहते हैं। इस बीएससी गणित इन डेटा साइंस प्रोग्राम के माध्यम से छात्रों को डेटा साइंस और कम्प्यूटेशनल गणित में बेहतर ज्ञान के साथ सरकारी और प्राइवेट दिग्गज कंपनियों में अच्छे पैकेज पर रोजगार के ढे़रों अवसर मिलेंगे।

विदित रहे कि डेटा साइंस विभिन्न उपकरणों, एल्गोरिदम और मशीन लर्निंग सिद्धांतों का मिश्रण है, जिसका लक्ष्य डेटा से छिपे हुए पैटर्न की खोज करना है। गणित और डाटा साइंस क्षेत्र में शिक्षा के नवीनतम मानकों को ध्यान में रखते हुए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के गणित विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 से डेटा साइंस में स्पेशलाइजेशन के साथ बीएससी गणित (त्रिवर्षीय) पाठयक्रम में प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है। यह पाठयक्रम न्यू एजुकेशन पाॅलिसी (एनईपी) के प्रमुख ध्येयों के आधार पर तैयार किया गया है।

इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले छात्रों का गणितीय तकनीक, संख्यात्मक विश्लेषण, डेटा माइनिंग, मशीन लर्निंग, डेटा विजुलाइजेशन और अन्य सामरिक गणित के क्षेत्र में नवीनतम कौशलों का विकास किया जाएगा। छात्रों को इसके द्वारा गणित और डाटा साइंस क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त करने का मौका मिलेगा। विषय-विशेषज्ञ शिक्षकों के मार्गदर्शन में अद्वितीय शिक्षा और बेहतर अनुसंधान के मौके छात्रों को उपलब्ध होंगे। यह पाठ्यक्रम समस्याओं के समाधान के लिए छात्रों को व्यापक और व्यावसायिक माध्यमों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका भी देता है।

Dr. Manish Goyal

गणित विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. मनीष गोयल ने बताया कि इस बीएससी (गणित) पाठ्यक्रम के निर्धारित क्रेडिट अर्जित करने के उपरांत छात्रों को डेटा एनालिसिस से जुडी हुई कंपनियों कैपजेमिनी, टेक महिंद्रा, एडोब, एचसीएल, इंफोसिस, डिलाॅइट, असेंचर, जेनपैक्ट, बायजू, आईबीएम जैसी दिग्गज कंपनियों में प्लेसमेंट के स्वर्णिम अवसर मिल सकेंगे। इसके अलावा छात्रों को डेटा एनालिसिस से जुडे़ कई सरकारी विभाग ऑटोमोबाइल घटक, विमानन, जैव प्रौद्योगिकी, रसायन, निर्माण, रक्षा विनिर्माण विद्युत मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक आदि में मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत संभावनाएं तलाशने में मदद मिलेगी।

गणित विभाग शोध प्रभारी प्रोफेसर डाॅ. उमेश कुमार शर्मा ने बताया कि गणित विभाग के शिक्षक एवं शोधार्थी अध्ययन के साथ-साथ अनुसंधान के क्षेत्र में नित नए आयाम स्थापित कर रहे हैं। विभाग में 24 से अधिक अनुभवी शिक्षक आंशिक अवकल समीकरण, सापेक्षता और ब्रह्माण्ड विज्ञान, द्रव गतिविज्ञान, कार्यात्मक विश्लेषण, सांख्यिकी, बीजगणित, गतिविध अनुसंधान व संख्यात्मक विश्लेषण के क्षेत्रों में निरंतर कार्यरत हैं। विद्यार्थियों को गणित डेटा साइंस में दक्ष बनाने के लिए आर प्रोग्रामिंग लैब, पाइथन प्रोग्रामिंग लैब, बिग डेटा एनालिटिक्स, डेटा साइंस लैब, डेटा स्ट्रक्चर एंड एल्गोरिदम, डेटा विजुलाइजेशन, मशीन लर्निंग जैसी आधुनिक लैबों में प्रयोगात्मक तरीके से दक्ष बनाया जाएगा।

विभाग के प्लेसमेंट प्रभारी डा. अभिषेक कुमार सिंह और एडमिशन काॅर्डिनेटर डा. विपिन चन्द्र दुबे ने बताया कि पढ़ाई के बाद अपने सपनों को साकार करने के लिए जीएलए विश्वविद्यालय के बीएससी गणित से डेटा साइंस स्पेसलाइजेशन कोर्स में 12वीं कक्षा में गणित से 50 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होने वाले छात्र प्रवेश ले सकते हैं।

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